
नई दिल्ली . कांग्रेस ने लोकसभा और राज्यसभा से विपक्षी सांसदों के निलंबन को तानाशाही करार दिया है. पार्टी ने सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है. संसद के दोनों सदनों के विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर सरकार सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को ध्वस्त कर रही है. ताकि, बिना किसी चर्चा के लंबित कानूनों को पारित किया जा सके.
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि सबसे पहले कुछ लोगों ने संसद पर हमला किया. अब मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है. उन्होंने दावा किया कि सरकार अब संसद में बिना किसी चर्चा के महत्वपूर्ण कानून पारित करा सकती है. सरकार विरोध की आवाज को कुचल सकती है. खड़गे ने कहा कि विपक्ष संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर गृहमंत्री के बयान और इस पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है. प्रधानमंत्री, गृहमंत्री मीडिया से बात कर सकते हैं, पर संसद के प्रति उनकी कोई जवाबदेही नहीं है. विपक्ष के कई दूसरे नेताओं ने भी सांसदों के निलंबन को लेकर सरकार पर निशाना साधा.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा लोकसभा के साथ राज्यसभा में भी लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाया गया है. संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर गृहमंत्री के बयान देने की मांग करने और विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति देने की मांग करने पर इंडिया गठबंधन के सांसदों को निलंबित कर दिया गया. राज्यसभा से अपने खुद के निलंबन का जिक्र करते हुए जयराम ने कहा कि 19 साल के संसदीय जीवन में पहली बार इस सम्मान सूची में जगह मिली है.