
दिल्ली. केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में बवाल मचा हुआ है. इसे लेकर नीतीश कुमार की जेडीयू और प्रमुख सहयोगी भाजपा के बीच संबंधों में दूरियां भी बढ़ती जा रही हैं. दोनों दलों के नेता राज्य में सुशासन को लेकर एक-दूसरे पर लगातार हमलावर हैं. भाजपा अध्यक्ष संजय कुमार जायसवाल के बाद नीतीश कैबिनेट में मंत्री और भाजपा नेता नीरज कुमार सिंह बबलू ने भी जेडीयू की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने जेडीयू नेताओं को गठबंधन से बाहर जाने तक की चुनौती दे दी.
भाजपा ने जेडीयू पर लगाए ये आरोप
अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में जगह-जगह हुए हिंसक विरोध के दौरान भाजपा नेताओं के घरों को भी निशाना बनाया गया था. कई भाजपा नेताओं के घरों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था. जिसके बाद केंद्र ने 10 भाजपा नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई थी. भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं को लेकर कहा था कि ये बिहार पुलिस की नाकामी है.
जेडीयू ने भाजपा पर किया पलटवार
संजय जायसवाल के बयान के अगले दिन जेडीयू प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा था कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध कर रहे युवाओं पर बुलडोजर क्यों नहीं चलवाए? उन्होंने सवाल किया कि अलीगढ़ में पुलिस स्टेशन को आग लगाने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की गई? उन्होंने कहा कि रेलवे संपत्ति की सुरक्षा करना मुख्य रूप से रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की जिम्मेदारी है, जो कि एक केंद्रीय बल है. आरपीएफ को विरोध के नाम पर नष्ट की गई और लूटी गई रेलवे संपत्तियों की रक्षा करना चाहिए थी. भाजपा के पदाधिकारी आरपीएफ की विफलता के बारे में सवाल क्यों नहीं उठा रहे हैं? इसकी जिम्मेदारियां क्या हैं?
बिहार में भाजपा नेताओं को मिली ‘Y’ सुरक्षा
बिहार में 10 बीजेपी नेताओं को वाई-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने के केंद्र के फैसले पर जेडीयू नेता ने कहा कि छात्रों के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करना भाजपा के पदाधिकारियों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था करने की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण होना चाहिए था. अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवा और छात्र इस देश का भविष्य हैं. योजना के बारे में उनकी आशंकाओं को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए… यह सभी राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी है.
भाजपा नेता की जेडीयू को चुनौती
जेडीयू प्रवक्ता की नाराजगी का जिक्र करते हुए, मंत्री बबलू (भाजपा नेता) ने कहा कि उनके (जेडीयू नेता) पैर छूकर उन्हें गठबंधन में बने रहने के लिए कोई नहीं रोक रहा है. अगर कुछ लोगों ने किसी न किसी बहाने एनडीए से बाहर जाने का मन बना लिया है, तो वे आगे बढ़ सकते हैं. बबलू ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस की विफलता से जुड़े सवाल उठाए तो, इसमें गलत क्या था?