दिल्ली वालों की सांसों पर संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हर बीतते दिन के साथ राष्ट्रीय राजधानी की हवा की गुणवत्ता बदतर होती जा रही है. आज यानी शुक्रवार को दिल्ली के आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 628 पर पहुंच गया है. आनंद विहार के अलावा जहांगीरपुरी का भी AQI 620 दर्ज किया गया. वहीं दिल्ली के अलावा गुरुग्राम के विकास सदन इलाके का भी AQI 607 पर दर्ज किया गया.
दिल्ली के लगभग हर इलाके में वायु प्रदूषण बेहद गंभीर स्थति में है. ये डाटा शुक्रवार सुबह 6 बजे के AQI के हिसाब से है. सरकारी वेवसाइट aqicn.org के मुताबिक दिल्ला के आनंद विहार इलाके में 628 AQI दर्ज किया गया. वहीं ओखला में 510, वजीरपुर में 469 और रोहिणी में 527 तक AQI दर्ज किया है. इसके अलावा दिल्ली से सटे गुरूग्राम और फरीदाबाद में भी AQI 600 से ज्यादा दर्ज किया गया. aqicn.org के मुताबिक हरियाणा के फरीदाबाद के सेक्टर 11 में 610 AQI और गुरुग्राम के विकास सदन इलाके में AQI 607 पर पहुंच गया.
दिल्ली से सटे नोएडा का भी प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर है. नोएडा के सेक्टर 62 में आज सुबह AQI 384 पर है. वहीं ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 404 दर्ज किया गया. बता दें कि दिल्ली में बृहस्पतिवार को 24 घंटे की औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 450 दर्ज किया गया था जो ‘अति गंभीर’ केटेगरी में पहुंचने के करीब है. कल दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी बढ़कर 38 प्रतिशत हो गई थी, जो अब तक इस साल की सबसे अधिक है.
ऑड-ईवन के आधार पर वाहनों के चलने पर फैसला लें- SQM
सीएक्यूएम की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक, बीएस-6 मानक वाले वाहनों और आवश्यक और आपातकालीन सेवा में इस्तेमाल हो रहे वाहनों को छूट दी गई है. आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने, गैर-आपातकालीन वाणिज्यिक गतिविधियों और ऑड-ईवन के आधार पर वाहनों के चलने पर फैसला ले सकती है. केंद्र और राज्य सरकारें घर से काम करने की इजाजत पर फैसला ले सकती हैं.
एक्यूआई अगर 400 से ऊपर हो तो उसे गंभीर माना जाता है और यह स्वस्थ लोगों को प्रभावित कर सकता है और मौजूदा बीमारियों से जूझ रहे लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को भी गंभीर श्रेणी में बनी रही. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली सरकार से राजधानी के विद्यालयों को वायु गुणवत्ता सुधरने तक बंद करने के लिए कहा है.