प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के युवा अधिकारियों से कहा कि उन्हें अमृत काल में देश की सेवा करने का मौका मिला है. वे 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक यहां स्थित सुषमा स्वराज भवन में 2020 बैच के आईएएस अधिकारियों के लिए आयोजित असिस्टेंट सेक्रेटरी प्रोग्राम के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात कही.
पंच प्राण के संकल्प को पूरा करने में भी मदद कर सकते हैं उन्होंने कहा कि युवा अधिकारी अमृत काल में पंच प्राण के संकल्प को पूरा करने में भी मदद कर सकते हैं. ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार 76वें स्वाधीनता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए अगले 25 साल की यात्रा को अत्यंत महत्वपूर्ण करार दिया था और इस अमृत काल में विकसित भारत, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता व नागरिकों द्वारा अपने कर्तव्य पालन के पंच प्राण का आह्वान किया.
लक्ष्य हासिल करना अधिकारियों की प्रमुख भूमिका पीएमओ के मुताबिक मोदी ने अधिकारियों से कहा कि आप लोगों को अमृत काल में देश सेवा और पंच प्राण के संकल्पों को हकीकत में बदलने में मदद करने का मौका मिला है. अमृत काल में विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करना सुनिश्चित करने में अधिकारियों की प्रमुख भूमिका है. उन्होंने स्टार्ट-अप इंडिया योजना का भी उल्लेख किया और बताया कि कैसे पिछले कुछ साल में इनकी संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है. उन्होंने अधिकारियों से ‘एक जिला, एक उत्पाद’ की संकल्पना पर जोर देने और अपने जिलों में उत्पादों के निर्यात के अवसरों को तलाशने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा.
डिजिटल अर्थव्यवस्था के महत्व पर प्रकाश डाला प्रधानमंत्री ने जन धन योजना की सफलता की चर्चा करते हुए डिजिटल अर्थव्यवस्था के महत्व पर प्रकाश डाला. अधिकारियों से कहा कि वह अपने जिलों में लोगों को डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ें. पीएमओ ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सहायक सचिवों की ओर से विभिन्न विषयों में प्रधानमंत्री के समक्ष आठ प्रस्तुतियां भी दी गईं. इस साल 2020 बैच के 175 अधिकारियों को 63 मंत्रालयों और विभागों में सहायक सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है.