प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि ‘ग्लोबल साउथ’ से जुड़े 130 देश विश्व के शासन में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं. इस मामले में ग्लोबल साउथ स्वायत्तता चाहता है. उन्होंने अगले वर्ष से भारत में वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुरू करने का ऐलान भी किया, जिसका एजेंडा ग्लोबल साउथ की विकास प्राथमिकताओं पर केंद्रित रहेगा.
प्रधानमंत्री ने भारत की मेजबानी में आयोजित वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ सम्मेलन के समापन सत्र में यह टिप्पणी की. उन्होंने कहा, सम्मेलन से एक बड़ा संदेश जो निकलकर सामने आया है, वह यह है कि ग्लोबल साउथ वैश्विक मामलों में बड़ी जिम्मेदारियां लेने को तैयार है. ये देश वैश्विक शासन में अपनी बुलंद आवाज चाहते हैं.
सम्मेलन में लैटिन अमेरिका, अफ्रीका, एशिया और प्रशांत द्वीप समूह के करीब 130 देशों ने हिस्सा लिया. मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ग्लोबल साउथ की चिंताओं, चुनौतियों और आकांक्षाओं को उजागर करने वाली एक अग्रणी आवाज के रूप में खुद को स्थापित कर रहा है. भारत को जी20 जैसे मंच के एजेंडे में ग्लोबल साउथ की आवाज रखने का अवसर मिलना गर्व की बात है.
इजरायल-हमास में आम लोगों की मौत निंदनीय इससे पहले वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ सम्मेलन के एक सत्र को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने की कड़ी निंदा की. साथ ही कहा कि पश्चिम एशिया के इस घटनाक्रम से नई चुनौतियां उभर रही हैं. ऐसे में अब वक्त आ गया है कि ग्लोबल साउथ के देशों को पूरी दुनिया के व्यापक हित में मिलकर आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने कहा, वैश्विक समृद्धि के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास’ जरूरी है.
बातचीत, कूटनीति पर जोर उन्होंने कहा,भारत ने पश्चिम एशिया में हालात से निपटने के लिए बातचीत, कूटनीति और संयम बरतने पर जोर दिया. यह सम्मेलन 21वीं सदी की बदलती हुई दुनिया का सबसे अनूठा मंच है. इस मंच को पहली बार इस तरह से आवाज मिल रही है. सभी देशों के हित और प्राथमिकताएं समान हैं.
प्रधानमंत्री विश्व कप का फाइनल मैच देखने जाएंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्ल्स रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले विश्व कप क्रिकेट का फाइनल मैच देखने के लिए स्टेडियम में मौजूद रहेंगे. एक बयान में कहा गया कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए शुक्रवार को गांधीनगर में उच्च स्तरीय बैठक की गई. पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को मैच के सुचारू संचालन के लिए किए गए विस्तृत इंतजामों के बारे में जानकारी दी.
निगरानी उपग्रह जल्द
मोदी ने कहा, उन्होंने पहले ग्लोबल साउथ सम्मेलन में संबंधित देशों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का प्रस्ताव रखा था. खुशी की बात है कि आज इसका उद्घाटन हो रहा है. उन्होंने कहा, जी-20 समिट के दौरान मौसम एवं जलवायु निगरानी उपग्रह लाने का प्रस्ताव रखा है. इस पर तेजी से काम चल रहा है.
पांच ‘सी’ पर जोर दिया
प्रधानमंत्री ने सम्मेलन में पांच सी कंसल्टेशन, कॉपरेशन, कम्युनिकेशन, क्रिएटिविटी और कैपेसिटी पर जोर देते हुए आपसी सहयोग बढ़ाने की अपील की. उन्होंने कहा, नई तकनीक से ग्लोबल साउथ और नॉर्थ के बीच दूरियां नहीं बढ़नी चाहिए.