नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश में निकली कांग्रेस पार्टी के लिए राजस्थान का मुख्यमंत्री खोजना मुश्किल हो गया है. राजस्थान में सीएम पद को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट में जबरदस्त खींचतान चल रही है. इस बीच रविवार को गहलोत समर्थक 92 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया. वहीं इस सियासी घमासान से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी खासा नाराज हैं. कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हमें विधायकों के साथ बातचीत करने का निर्देश दिया गया है. अजय माकन ने कहा कि हमारे साथ आए दूसरे पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे भी विधायकों से बात करेंगे.
राजस्थान सरकार में मंत्री और गहलोत के करीबी प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सभी विधायक गुस्से में हैं और इस्तीफा दे रहे हैं. हम इसके लिए अध्यक्ष के पास जा रहे हैं. विधायक इस बात से खफा हैं कि CM अशोक गहलोत उनसे सलाह लिए बिना फैसला कैसे ले सकते हैं. खाचरियावास ने 92 विधायकों के इस्तीफे की बात कही है. बताया जा रहा है कि अभी तक 83 विधायकों ने इस्ताफे सौंप दिए हैं.
आज शाम सीएम अशोक गहलोत के घर पर विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. इसके लिए दिल्ली से पर्यवेक्षक बनाकर वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रभारी अजय माकन को जयपुर भेजा गया था. विधायक दल की बैठक में विधायकों को यह प्रस्ताव पारित करने को कहा गया था कि आलाकमान नए मुख्यमंत्री का फैसला करेगा. बताया जा रहा है कि हाईकमान ने सचिन पायलट को सीएम पद सौंपने का मन बना लिया है और गहलोत को यह मंजूर नहीं है. उनका कहना है कि हाईकमान ने उनकी राय नहीं ली है.
इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन, सचिन पायलट और करीब दो दर्जन विधायक अशोक गहलोत के घर पहुंच चुके थे. लेकिन गहलोत गुट के विधायक बैठक में नहीं पहुंचे. इस बीच विधायक दल की बैठक को रद्द कर दिया गया है. अब राजस्थान की राजनीतिक का ऊंट किस करवट बैठेगा, यह देखना अब और भी अधिक दिलचस्प हो गया है.