अमेरिका की पहली ट्रांसजेंडर महिला जिसे इंजेक्शन से दी जाएगी सजा-ए-मौत, जानिए पूरा मामला

अमेरिकी इतिहास में पहली बार किसी किसी ट्रांसजेंडर महिला को मौत की सजा दी गई है. 45 वर्षीय एम्बर मैकलॉघलिन नाम की महिला को मंगलवार की रात इंजेक्शन से जहर देकर मार डाला गया.

एम्बर 2003 में अपनी प्रेमिका बेवर्ली गुएन्थर की हत्या में दोषी पाई गई थीं. एम्बर को मिसौरी शहर के डायग्नोस्टिक एंड करेक्शनल सेंटर में अमेरिकी समयानुसार शाम करीब 7 बजे मृत घोषित कर दिया गया. मरने से पहले एम्बर ने कहा कि वह प्यारी हैं और उसे लोगों का ध्यान रखना पसंद है.

एक्स गर्लफ्रेंड की हत्या

लिंग परिवर्तन कराने से पहले एम्बर और बेवर्ली रिश्ते में थीं. कुछ समय बाद दोनों का झगड़ा हो गया जिसके बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़ने लगी. बेवर्ली गुएन्थर ने एम्बर को छोड़ दिया. इसके बाद एम्बर ने अपनी पूर्व प्रेमिका बेवर्ली गुएन्थर का पीछा करना शुरू किया और एक दिन मौका पाकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद एम्बर ने शव को मिसीसिपी नदी के पास फेंक दिया. मैकलॉघलिन को 2006 में फर्स्ट-डिग्री मर्डर का दोषी ठहराया गया था. हत्या के 13 साल बाद 2016 में एम्बर को सजा सुनाई गई थी. 2021 में कोर्ट ने उसकी मौत की सजा को बरकरार रखा था.

वकीलों ने की थी मांफी की मांग

एम्बर के वकीलों ने मिसौरी के गवर्नर माइक पार्सन से मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की मांग की थी, लेकिन माइक पार्सन ने इसे स्वीकार नहीं किया और अंबर की सजा बरकरार रखी. एम्बर के वकीलों ने तर्क दिया था कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान चल रही थीं. एम्बर जेंडर डिस्फोरिया नामक बीमारी से ग्रसित थी और अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रही थी. उन्होंने ये भी तर्क दिया कि एम्बर का बचपन परेशानियों से भरा था और वह मानसिक और स्वास्थ्य जैसी परेशानियों से पीड़ित थी.

गवर्नर ने नहीं किया माफ

गवर्नर की टीम ने बयान जारी करते हुए कहा कि मैकलॉघलिन की सजा मिसौरी कानून के तहत दी गई है. मैकलॉघलिन ने गुएंथर का पीछा किया, उनका बलात्कार किया और उनकी हत्या कर दी. मैक्लॉघलिन एक हिंसक अपराधी है. गुएन्थर का परिवार और प्रियजन शांति के पात्र हैं. मिसौरी राज्य न्यायालय के आदेश के अनुसार मैकलॉघलिन की सजा को सजा दी जाएगी. गवर्नर के क्षमदान के अनुरोध के अस्वीकार किए जाने के कुछ ही घंटे बाद मैकलॉघलिन को घातक इंजेक्शन से मौत के घाट उतार दिया गया.

एक महिला को भी मिला है मृत्युदंड

मिसौरी में अभी तक एकमात्र महिला बोनी बी हेडी को मृत्युदंड दिया गया था, जिसे 18 दिसंबर, 1953 को एक 6 वर्षीय लड़के के अपहरण और हत्या के लिए मौत की सजा दी गई थी. बोनी बी हेडी को दूसरे अपहरणकर्ता और हत्यारे कार्ल ऑस्टिन हॉल के साथ गैस चैंबर में मार दिया गया था. 2022 में मिसौरी में कुल 18 लोगों को मौत की सजा दी गई.

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