पहलवानों की मांग पर ही निगरानी समिति बनी थी अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली . भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने गुरुवार को संकेत दिए कि वह खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने वीडियो संदेश में आरोपों का जिक्र किए बिना संकेत दिया कि जब तक उनमें लड़ने की ताकत है वह हार नहीं मानेंगे.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने दिल्ली पुलिस आयुक्त से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. रेखा शर्मा ने एक कार्यशाला के इतर यहां कहा, हम मीडिया से बात नहीं कर रहे, पर इसका यह मतलब नहीं है कि हम कुछ नहीं कर रहे.
केंद्रीय युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने शिमला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्होंने निगरानी समिति के गठन से पहले पहलवानों से बात की थी. उनकी मांग के अनुसार बबीता फोगाट को समिति में जगह दी गई. हम निष्पक्ष जांच चाहते थे. निगरानी समिति बनाई गई और समिति के सामने जो भी अपनी बात रखना चाहता था, उसे अवसर दिया गया. किसी पर कोई रोक नहीं थी. इनके कारण समय-सीमा भी बढ़ी.
किसी को नहीं रोका ठाकुर ने कहा कि निगरानी समिति की 14 बैठकें हुईं और किसी को भी सुनवाई के लिए आने से कभी नहीं रोका गया. समिति की रिपोर्ट में जो कहा गया, उसके जो मुख्य निष्कर्ष थे कि निष्पक्ष चुनाव हो, तब तक कोई तदर्थ समिति बने, 45 दिन के भीतर चुनाव हों. आंतरिक शिकायत समिति बने, अगर किसी को मानसिक, यौन उत्पीड़न की शिकायत है तो महासंघ में उसके लिए समिति बने तो हमने उसके लिए भी कहा. खेल मंत्री ने पहलवानों की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने पर कहा कि कोई भी व्यक्ति प्राथमिकी दर्ज करा सकता है, लेकिन इसके लिए एक प्रक्रिया का पालन किया जाता है.