पंजाब के सीएम भगवंत मान को लेकर शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल द्वारा जो ट्वीट किया गया, उस पर हंगामा हो गया है. बादल ने ट्वीट किया, ‘सह-यात्रियों के हवाले से मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि पंजाब CM भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया क्योंकि वे बहुत नशे में थे और चलने की हालत में भी नहीं थे. इस वजह से 4 घंटे फ्लाइट में देरी हुई. वह AAP के नेशनल अधिवेशन में शामिल नहीं हो सके. ऐसी रिपोर्ट पंजाबियों को शर्मिंदा करती हैं.” सुखबीर सिंह बादल द्वारा किए गए ट्वीट के बाद से सियासी गलियारों में ये बहस तेज हो गई है कि क्या सच में भगवंत मान नशे में थे?
ऑनलाइन मीडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मान 11 से 18 सितंबर तक जर्मनी की यात्रा पर थे. 18 को उनकी वापसी की फ्लाइट थी. रिपोर्ट में दावा किया है कि तबियत खराब होने के कारण उन्होंने फ्लाइट नहीं ली थी. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि मान और उनके अधिकारियों की टीम निर्धारित समय के अनुसार बुक की गई फ्लाइट में नहीं बैठे. भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कथित तौर पर पंजाब के सीएम मान को हवाई अड्डे से लेने के लिए फिर से कैब बुलाई क्योंकि वह फ्लाइट में नहीं चढ़े थे.
आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब सरकार के अधिकारियों ने भगवंत मान की तबीयत खराब होने की बात कही है. लेकिन एक वेबसाइट ने एक सहयात्री के हवाले से लिखा है, ‘मुख्यमंत्री नशे में थे और वह स्थिर हालत में नहीं थे. भगवंत मान अपने पैरों पर भी खड़े नहीं हो पा रहे थे. उनकी पत्नी और सुरक्षा में लगे कर्मचारियों ने उन्हें चढ़ाने की कोशिश की थी.’ सहयात्री के हवाले से indiannarrative वेबसाइट ने लिखा, ‘सीएम का सामान उतारा जाना था. इसलिए विमान के उड़ान भरने में 4 घंटे की देरी हो गई थी. पंजाब सरकार के अधिकारियों ने लुफ्थांसा एयरलाइन के क्रू मेंबर्स को मनाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने नियमों से समझौता करने से इनकार कर दिया.’