दिल्ली. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (Congress) राष्ट्रीय राजनीति के बाद राज्यों में भी सिमटती जा रही है. जिन राज्यों में वह मजबूत विपक्ष के रूप में मौजदू है वहां बीजेपी (BJP) को यह भी रास नहीं आ रहा है. बीजेपी कई राज्यों में कांग्रेस को कमजोर करने के लिए नई रणनीति पर काम कर रही है. दरअसल बीजेपी ऐसी रणनीति पर काम कर रही है जहां मजबूत विपक्ष के लिए कोई जगह ही ना हो. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से राज्यों के प्रभारी महासचिवों और राज्य इकाई को अलग टीम बनाकर इस काम में लगा दिया गया है.
किस रणनीति पर काम कर रही बीजेपी?
ऐसा नहीं है कि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहीं बीजेपी कांग्रेस को कमजोर कर रही है बल्कि जहां हाल ही में चुनाव हुए हैं वहीं भी बीजेपी की नजर है. उन राज्यों में बीजेपी लगातार सेंधमारी की कोशिश कर रही है. सूत्रों का कहना है कि हाल ही में संसदीय बोर्ड की बैठक में इस बात का फैसला हुआ था कि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां ऐसा माहौल बनना चाहिए जिससे विपक्ष दूर-दूर तक नजर ना आए. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (J P Nadda) पार्टी को मजबूत करने के लिए अलग रणनीति बना रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी लगातार कई राज्यों में प्रभारियों के साथ बैठक कर चुके हैं.
गोवा में कांग्रेस की बढ़ीं परेशानी
गोवा में कांग्रेस के 5 विधायक गायब चल रहे हैं. इसे लेकर शीर्ष नेतृत्व लगातार नजर बनाए हुए है. महाराष्ट्र में हुआ ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए कांग्रेस हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है. गोवा की बा, करें तो यहां की 40 विधानसभी सीटों में से आधी यानी 20 बीजेपी के पास हैं. वहीं कांग्रेस 11 सीटों के साथ मजबूत विपक्ष के रूप में मौजूद है. बीजेपी के गोवा प्रभारी सीटी रवि की ओर से प्रदेश कार्यकारिणी में कहा गया है कि अगर आलाकमान इजाजत देता है गोवा में बीजेपी की संख्या को बढ़ाकर 30 कर देंगे. इसका साफ मतलब है कि बीजेपी 10 विधायकों को तोड़ने के लिए तैयारी पूरी कर चुकी है.
किन राज्यों में बीजेपी हुई एक्टिव
महाराष्ट्र के बाद अब बीजेपी की नजर गोवा, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और कर्नाटक पर है. इन राज्यों में बीजेपी सक्रिय हो चुकी है. गोवा में इसी साल फरवरी में चुनाव हुआ है. यहां बीजेपी का ध्यान कांग्रेस को राज्य की राजनीति से खत्म करने की ओर है. वहीं अगले साल कर्नाटक में चुनाव में होने हैं. यहां कांग्रेस नेता सिद्धारमैया बीजेपी पर 50-50 करोड़ रुपये का विधायकों को लालच देने का आरोप लगा चुके हैं. हरियाणा और झारखंड में 2024 में चुनाव होने हैं. इसके लिए बीजेपी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. बिहार में 2025 में चुनाव होने हैं. इन सभी राज्यों के लिए बीजेपी सबसे पहले कांग्रेस को कमजोर करने पर ध्यान दे रही है.
क्या खत्म हो जाएगा मजबूत विपक्ष?
बीजेपी धीरे-धीरे अपने कांग्रेस मुक्त भारत अभियान की ओर बढ़ रही है. बीजेपी का मानना है कि जैसे-जैसे राज्यों में कांग्रेस कमजोर पड़ेगी उसकी असर राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ेगा. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी यह दिखाने की कोशिश करेगी कि उसके अलावा देश में कोई और मजबूत विकल्प मौजूद नहीं है. बीजेपी यह भी जानती है कि क्षेत्रीय दलों का एकसाथ आना आसान नहीं है. इसके बीच पहले से ही कई वैचारिक मतभेद हैं. अगर ये क्षेत्रीय दल एक साथ आ भी जाते हैं तो मैसेज यही जाएगा कि एक पार्टी के खिलाफ कई दल एकजुट हुए हैं. इसका भी बीजेपी को राजनीतिक तौर पर फायदा मिलेगा.