सीबीआई ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के 7 ठिकानों पर छापा मारा है। चिदंबरम के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और तमिलनाडु के स्थित ऑफिस और घरों पर कार्रवाई जारी है। सूत्रों के मुताबिक, कार्ति चिदंबरम के खिलाफ कथित विदेशी निवेश को लेकर CBI ने यह कार्रवाई की है। जांच जारी है।
कार्रवाई के बाद कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि यह (CBI की कार्रवाई) कितनी बार हुआ है, मैं गिनती भी भूल गया हूं। इसका एक रिकॉर्ड होना चाहिए। बता दें कि CBI ने 2010-2014 के बीच के इस मामले में नया केस दर्ज किया है। उसी मामले में आज की कार्रवाई की गई है।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है मामला
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा ये मामला साल 2007 का है और INX मीडिया कंपनी से जुड़ा है। इसकी डायरेक्टर शीना बोरा हत्याकांड की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी थे। इस मामले में ये दोनों भी आरोपी हैं। आरोपों के मुताबिक पी. चिदंबरम ने उस वक्त वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर INX मीडिया हाउस को 305 करोड़ रु. का फंड लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) से मंजूरी दिलाई थी।
एयरसेल-मैक्सिस डील में भी आरोपी
इस प्रक्रिया में जिन कंपनियों को फायदा हुआ, उन्हें चिदंबरम के सांसद बेटे कार्ति चलाते हैं। इस मामले में सीबीआई ने 15 मई 2017 को केस दर्ज किया था। वहीं 2018 में ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। एयरसेल-मैक्सिस डील में भी चिदंबरम आरोपी हैं। कार्ति पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इंद्राणी की कंपनी के खिलाफ टैक्स का एक मामला खत्म कराने के लिए अपने पिता के रुतबे का इस्तेमाल किया।
मार्च 2018 में इंद्राणी मुखर्जी ने CBI को दिए बयान में बताया था कि INX मीडिया को FIPB से मंजूरी दिलाने के लिए उनके और कार्ति चिदंबरम के बीच 10 लाख अमेरिकी डॉलर की एक डील हुई थी। इसके बाद जुलाई 2019 में दिल्ली हाईकोर्ट ने शीना वोरा हत्याकांड की मुख्य दोषी इंद्राणी को INX केस मामले में मुख्य गवाह बनाने की सहमति दे दी थी।