
नई दिल्ली . नौकरी के बदले जमीन संबंधी कथित घोटाले में शनिवार को सीबीआई ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से आठ घंटे तक पूछताछ की. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब छह घंटे तक सवाल-जवाब किए.
पहली बार पेश हुए तेजस्वी को पहली बार केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश हुए. इससे पहले वह तीन तारीखों पर पेश नहीं हुए थे. वह सुबह करीब साढ़े 10 बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे थे. माना जा रहा है कि सीबीआई ने अपनी पूछताछ तेजस्वी की एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड से कथित संबंध सहित विभिन्न वित्तीय लेनदेन पर केंद्रित रखी.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान पसंदीदा उम्मीदवारों को नियमों का उल्लंघन कर रेलवे में नियुक्त किया गया था.
छापेमारी में आय से अधिक नगदी मिलने का दावा
ईडी ने लालू प्रसाद के परिवार के परिसरों में छापे मारे हैं. छापेमारी के बाद ईडी ने कहा कि उसने एक करोड़ रुपये की ‘आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक नगदी’ बरामद की और अपराध में इस्तेमाल 600 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता लगाया है. उसने कहा कि प्रसाद के परिवार और उनके सहयोगियों की तरफ से रियल एस्टेट में किए गए और निवेश का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.