
ढाका . बांग्लादेश में अराजक तत्वों ने सुनियोजित और सिलसिलेवार तरीके से 14 मंदिरों में तोड़फोड़ की. बांग्लादेश के उपजिला ठाकुरगांव में वारदात को अंजाम दिया गया. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
बलियाडांगी के हिंदू समुदाय के नेता और पूजा समारोह परिषद के महासचिव बिद्यनाथ बर्मन ने बताया कि अराजक तत्वों ने रात के अंधेरे में घटना को अंजाम दिया. इस दौरान 14 मंदिरों में मूर्तियों को तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि कुछ मूर्तियां नष्ट कर दी गईं, जबकि कुछ मूर्तियां तालाब में मिलीँ. उन्होंने कहा कि अपराधियों की पहचान नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि हम पुलिस से मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग करते हैं. वहीं, हिंदू समुदाय के नेता और संघ परिषद के अध्यक्ष समर चटर्जी ने कहा कि इस क्षेत्र को हमेशा सद्भाव के क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यहां ऐसी कोई घटना अतीत में नहीं हुई थी. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय का हिंदुओं से कोई विवाद नहीं है. फिर भी इस तरह की घटना से क्षेत्र में तनाव है.
पहले भी हुईं घटनाएं बांग्लादेश के मंदिरों में तोड़फोड़ की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले 17 मार्च, 2022 को ढाका के इस्कॉन राधाकांत मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. इस घटना को होली पर अंजाम दिया गया था. हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के अनुसार, उस वक्त 150 चरमपंथियों ने मंदिर पर हमला किया था. वहीं, 16 अक्तूबर, 2021 को बांग्लादेश के नोआखली शहर में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी.
शांति भंग करने का प्रयास पुलिस
बलियाडांगी पुलिस थाने के प्रभारी खैरुल अनम ने बताया कि शनिवार रात और रविवार तड़के कई गांवों के मंदिर में हमले हुए. उधर, ठाकुरगांव के पुलिस प्रमुख जहांगीर हुसैन ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से देश की शांतिपूर्ण स्थिति को बाधित करने का प्रयास है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जल्द ही दोषी गिरफ्त में होंगे. उन्होंने कहा कि आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.