रायपुर. सूरजपुर जुलाई माह में एक महिला ने अपने घर में बच्चों के साथ आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में पुलिस ने उसके एसईसीएल कर्मी पति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है. 16 जुलाई रात में मोबाइल फोन से शक्तिनगर जरही निवासी संजीव चौधरी के घर में आग लगने की सूचना पर भटगांव पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची थी.
आसपास के लोगों की मदद से संजीव चौधरी की पत्नी बसंती चौधरी 32 वर्ष बेटा अनमोल 10 वर्ष और हिमांचल 6 वर्ष को जली अवस्था में कमरा से निकालकर इलाज के लिए एसईसीएल अस्पताल भटगांव लाकर भर्ती कराया. डॉक्टर ने तीनों को अंबिकापुर रेफर किया और उन्हें जीवन ज्योति हॉस्पिटल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान बसंती का 16 जुलाई और दोनों बेटों की 17 जुलाई को मौत हो गई. एपी रामकृष्ण साहू ने थाना प्रभारी भटगांव को बारीकी से मर्ग जांच करने के निर्देश दिए.
एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना भटगांव की पुलिस ने सभी बिंदुओं पर जांच की. जांच में पता चला कि बसंती का पति संजीव चौधरी मोबाइल से अन्य महिला से बात करता था. उसकी पत्नी अवैध सबंध का शक करती थी और उस महिला से पति को बात करने से मना करती थी. इसके बाद भी पत्नी की बात नहीं मानते हुए संजीव महिला से बात करता था और झगड़ा कर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था. इससे त्रस्त होकर बसंती अपने दोनों बच्चों के साथ अपने घर में ज्वलनशील पदार्थ से आग लगाकर आत्महत्या की.
जांच पर आरोपी संजीव चौधरी के खिलाफ थाना भटगांव में केस दर्ज किया गया. मामले में एसईसीएल शिवानी खदान भटगांव क्षेत्र के माइनिंग सरदार के पद पर कार्यरत आरोपी संजीव चौधरी पिता बिरंजी प्रसाद चौधरी 32 वर्ष को गिरफ्तार किया.