
यूपी सरकार ने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच के लिए रविवार को तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित कर दिया. इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वितीय आयोग के अध्यक्ष होंगे. वहीं, कड़ी सुरक्षा के बीच प्रयागराज में रविवार को अतीक और अशरफ के जनाजे को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
सरकार के गृह विभाग ने कमीशन ऑफ इनक्वायरी एक्ट 1952 के तहत इस आयोग का गठन किया है. यह 15 अप्रैल को प्रयागराज के घटनाक्रम की विस्तृत जांच कर दो माह के अंदर शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. डीजी के पद से सेवानिवृत्त आईपीएस सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी न्यायिक आयोग के दो अन्य सदस्य होंगे.
केंद्र को रिपोर्ट भेजी अतीक-अशरफ हत्याकांड मामले में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट भेजी गई. शनिवार रात 1037 बजे हुए इस हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी रात जागकर खुद कानून-व्यवस्था की स्थिति की पल-पल की जानकारी ली.
अतीक को आठ गोलियां लगीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अतीक को आठ, जबकि अशरफ को पांच गोलियां लगी थीं.
उधर, हत्या के तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
सीएम योगी ने दिया था ये आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक अहमद और अशरफ की सनसनीखेज हत्या में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये थे. इसके साथ ही यह भी कहा कि इसमें तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की बात कही थी. दूसरी ओर विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा था कि ‘मुख्यमंत्री ने अहमद और अशरफ की हत्या की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का निर्देश दिया है.’
शनिवार की रात अहमद और अशरफ की मोटर साइकिल से आये तीन हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर प्रयागराज के काल्विन अस्पताल के पास हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड के बात घटना स्थल पर ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके बाद रविवार को तीनों आरोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य से पूछताछ की गई. वहीं रविवार रात को अतीक अहमद और अशरफ को स्थानीय कब्रिस्तान में दफना दिया गया.
पत्रकारों के लिए एसओपी तैयार करेगी केंद्र सरकार
केंद्र सरकार ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने का फैसला किया है. सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसओपी तैयार करेगा. उन्होंने बताया कि प्रयागराज में पत्रकार बनकर आए तीन हमलावरों द्वारा अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या किए जाने के बाद यह कदम उठाया जा रहा है.