राष्ट्रराजनीति

राष्ट्रपति पर उदित राज की टिप्पणी से विवाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर अब उदित राज ने दिखाई ‘अधीरता’

नई दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कांग्रेस नेता उदित राज की टिप्पणी से विवाद शुरू हो गया. भाजपा ने इसे कांग्रेस की आदिवासी विरोधी मानसिकता करार दिया. वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज को नोटिस जारी किया. इसके बाद उदित राज ने सफाई दी. कहा कि यह कांग्रेस नहीं, उनका निजी बयान था. उदित राज ने कहा कि राष्ट्रपति के तौर पर वह द्रौपदी मुर्मू का सम्मान करते हैं पर दलित प्रतिनिधि के तौर पर वह उनसे सवाल करते रहेंगे.

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह दुख की बात है कि कांग्रेस के नेता लगातार ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं. कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. वहीं, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि उदित राज ने पहले भी इस प्रकार का अपराध किया है. बता दें कि सोमवार को राष्ट्रपति ने कहा था कि गुजरात का नमक सभी भारतीय खाते हैं. इसी पर उदित राज ने विवादित टिप्पणी की थी.

कांग्रेस नेता उदित राज ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के को लेकर ‘अपमानजनक टिप्पणी’ की है, जिससे कांग्रेस पार्टी एक बार फिर विवादों में घिर गई है. दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हाल ही में दो दिन के गुजरात दौरे पर गई थीं. इस दौरान उन्होंने साबरमती आश्रम पहुंचकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित किया और एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था, ‘देश में उपयोग होने वाले 76 प्रतिशत नमक का उत्पादन गुजरात में होता है. यह कहा जा सकता है कि सभी देशवासी गुजरात का नमक खाते हैं.’ राष्ट्रपति मुर्मू के इसी बयान को लेकर यह कांग्रेस नेता उदित राज ने एक विवादित ट्वीट किया.

उन्होंने लिखा, ‘द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले. चमचागिरी की भी हद है. कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं. खुद नमक खाकर जिंदगी जिएं तो पता लगेगा.’ उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, ‘उदित राज ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया वह चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है. इससे पहले अधीर रंजन चौधरी भी ऐसी ही भाषा बोल चुके हैं. इससे पता चलता है कि कांग्रेस की मानसिकता आदिवासी विरोधी है.’ राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी उदित राज के ट्वीट का संज्ञान लिया है.

एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट किया, ‘देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन महिला के लिए बहुत ही आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया गया है, जो अपने परिश्रम और त्याग के दम पर यहां तक पहुंची हैं. ​उदित राज को अपनी इस अपमानजनक टिप्पणी और शर्मनाम टिप्पणी के लिए माफी मांगनी होगी. उन्हें नोटिस भेजा जा रहा है.’ इसके बाद उदित राज ने सिलसिलेवार ट्वीट में सफाई पेश करते हुए इसे व्यक्तिगत बयान करार दिया है, न कि कांग्रेस पार्टी का. उन्होंने लिखा, ‘मेरा बयान द्रोपदी मुर्मू जी के लिए निजी हैं, कांग्रेस पार्टी का नहीं है. मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदीवासी के नाम से. राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं?

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