एथलेटिक्स में 40 साल में मिला देश को पहला चैंपियन

बुडापेस्ट . भरोसे का दूसरा नाम नीरज चोपड़ा. 25 साल के भाला फेंक खिलाड़ी रविवार को एक बार फिर देशवासियों के भरोसे पर खरे उतरे. दो साल पहले एथलेटिक्स में देश के पहले ओलंपिक चैंपियन बनने के बाद नीरज देश के पहले विश्व चैंपियन भी बन गए. उन्होंने अपने भाले से दूसरे ही प्रयास में 88.17 मीटर की दूरी नापकर देश का 40 का साल का स्वर्ण पदक का सूखा खत्म कर दिया. पहले प्रयास फाउल गया. शुक्रवार को अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर की दूरी नापकर फाइनल में प्रवेश किया था. साथ ही उन्होंने 2024 पेरिस ओलंपिक का भी टिकट कटा लिया था.
पहले भारतीय नीरज विश्व चैंपियनशिप में लगातार दो पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं. उन्होंने पिछली बार रजत जीतकर भी इतिहास रचा था. वह ऐसा करने वाले भी पहले भारतीय बने थे. उनसे पहले अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में लंबी कूद में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं थी.
तीसरे खिलाड़ी नीरज दुनिया के तीसरे जेवलिन थ्रोअर हैं एक चक्र में विश्व और ओलंपिक चैंपियन बनने वाले. उनसे पहले चेक गणराज्य के जान जेलेज्नी और नार्वे के आंद्रेस एंड्रियास ही यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं.
बिंद्रा के बाद नीरज नीरज विश्व और ओलंपिक चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय हैं. उनसे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने यह उपलब्धि हासिल की है. बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण जीता था. वह 2006 में जगरेब में विश्व चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर राइफल में चैंपियन बने थे.
अगस्त खास है नीरज के लिए
नीरज के लिए अगस्त महीना काफी खास है. उन्होंने ओलंपिक का स्वर्ण पदक भी 2021 में अगस्त (7) में ही जीता था. वहीं एशियाड का पीला तमगा भी अगस्त में (27) जीता था. अब विश्व चैंपियनशिप का पीला तमगा भी .27 अगस्त को ही जीता.
नीरज 2018 से जिस भी अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में उतरे, पदक जीतकर ही लौटे हैं
जेना पांचवें और मनु छठे नंबर पर
किशोर जेना पांचवें प्रयास में 84.77 मीटर का थ्रो फेंककर पांचवें स्थान पर रहे. यह उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. डीपी मनु छठे प्रयास में 84.14 मीटर की दूरी नापकर छठे स्थान पर रहे. चैंपियनशिप के इतिहास में पहली बार एक स्पर्धा के फाइनल में तीन भारतीयों ने चुनौती पेश की.