दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की

मुंबई . दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण वाले अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटा रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की. उन्होंने कहा, अगर विपक्षी दल एक हो जाएं तो यह बिल राज्यसभा में पास नहीं होगा. मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने विपक्षी दलों से एक साथ आने का आह्वान किया.
केजरीवाल ने मुंबई में दूसरे दिन वाईबी चव्हाण सेंटर में पवार से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी थे. आप संयोजक ने कहा कि अध्यादेश ने देश के संघीय ढांचे को प्रभावित किया है. पवार को देश के सबसे कद्दावर नेताओं में से एक बताते हुए केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आप की लड़ाई का समर्थन करने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया.
खतरे में लोकतंत्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अध्यादेश संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा है. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि सभी गैर-भाजपा दल अरविंद केजरीवाल का समर्थन करें. अब संसदीय लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए लड़ने का समय है. पवार ने कहा कि मैं 56 साल से सांसद हूं. यह दिल्ली या आप का नहीं, बल्कि संसदीय लोकतंत्र को बचाने का मामला है.
राष्ट्रहित प्राथमिकता प्रधानमंत्री उम्मीदवार पर एक सवाल का जवाब देते हुए, पवार ने कहा कि किसी को पीएम उम्मीदवार के रूप में पेश करने के बजाय, स्थिर और प्रगतिशील सरकार देने के लिए गैर-भाजपा दलों के बीच मंथन अहम है. इस विषय पर हमने अभी तक कांग्रेस या अरविंद केजरीवाल से बात नहीं की है. समय आने पर बात करेंगे. हमारे लिए राष्ट्रहित प्राथमिकता है.
मुख्यमंत्री ने खड़गे और राहुल से समय मांगा
अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों से समर्थन मांग रहे आप संयोजक अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलेंगे. उन्होंने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के लिए समय मांगा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री की कांग्रेस नेताओं से जल्द मुलाकात की उम्मीद है. इससे पहले, केजरीवाल जदयू नेता नीतीश कुमार, राजद के तेजस्वी यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कर चुके हैं.