दिल्ली. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) का सिंगापुर विजिट (Singapore Visit) विवाद अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है. दिल्ली सरकार और एलजी के बीच एक बार फिर से टकराव की स्थिति पैदा हो गई है. जिसके चलते दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को चिट्ठी लिखी है जिसमें दिल्ली के सीएम ने अपने सिंगापुर जाने की इजाजत रोकने को गलत बताया है.
प्रधानमंत्री से अपील
सीएम केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा, ‘दिल्ली मॉडल को वर्ल्ड क्लास सम्मेलन में पेश करने के लिए सिंगापुर सरकार ने न्योता दिया है जिसमें दुनिया के कई बड़े-बड़े नेताओं के सामने दिल्ली मॉडल को पेश किया जाएगा. आज पूरा विश्व, दिल्ली मॉडल के बारे में जानना चाहता है. सिंगापुर से मिला ये न्योता देश के लिए गौरव का विषय है. किसी सीएम को इतने महत्वपूर्ण मंच पर जाने से रोकना देशहित के खिलाफ है.’ इसके साथ ही केजरीवाल ने केंद्र सरकार से उन्हें सिंगापुर विजिट की अनुमति जल्द से जल्द दिए जाने की अपील की है.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि सिंगापुर के हाई कमिश्नर साइमन वॉन्ग ने 1 जून को दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. हाई कमिश्नर ने वर्ल्ड सिटीज समिट 2022 में शिरकत करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया था. ये आयोजन 2 और 3 अगस्त 2022 को होना है. दिल्ली सीएम इस समिट में हिस्सा लेने के लिए हामी भर चुके थे, जिसके बाद उनके सिंगापुर दौरे की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई थी. इस समिट में सीएम अरविंद केजरीवाल अपनी सरकार के दिल्ली मॉडल को दुनिया के सामने रखना चाहते हैं. वर्ल्ड सिटीज़ समिट एक ऐसा अंतराष्ट्रीय मंच है जहां नेता, बिजनेस एक्सपर्ट शहरी चुनौतियों और उसके समाधान पर चर्चा करते हैं.
आम आदमी पार्टी का आरोप
आम आदमी पार्टी के मुताबिक दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल की सिंगापुर विजिट की फाइल को रोक कर रखा है. अरविंद केजरीवाल को अगस्त में सिंगापुर में होने वाली ‘वर्ल्ड सिटीज समिट’ में भाग लेने जाना है. पार्टी के मुताबिक ये फाइल पिछले करीब 1 महीने से एलजी ऑफिस में अटकी है, जिसके चलते अभी तक दिल्ली सीएम के इस दौरे को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है. हालांकि इन आरोपों को लेकर फिलहाल एलजी ऑफिस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.