
नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में एकजुटता मार्च में हिस्सा लिया, जिनसे ईडी नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ कर रही है. पत्रकारों से बात करते हुए बघेल ने कहा, “पूरा देश सत्ताधारी पार्टी की तानाशाही देख रहा है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी मुख्यालय तक पहुंचने से रोका जा रहा है. पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश में चारों तरफ पुलिस तैनात कर दी गई है. विरोध प्रदर्शन करना विपक्षी दल का लोकतांत्रिक अधिकार है और भाजपा विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है.”

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने ईडी की कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण करार दिया और ‘विपक्ष की आवाज को दबाने’ के लिए जांच एजेंसी का दुरुपयोग करने के लिए केंद्र की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप निराधार हैं और सोनिया गांधी और राहुल गांधी को झूठे मामले में फंसाया गया है. सीएम बघेल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को राजनीतिक द्वेष के साथ प्रताड़ित किया जा रहा है.
सीएम बघेल ने आगे कहा, “जब सोनिया गांधी ईडी के सामने पेश होंगी तो इससे भी बड़ा प्रदर्शन होगा. भाजपा अपने लोगों को बचाने और विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन मैं स्पष्ट कर रहा हूं कि हमें दबाया नहीं जा सकता है. यह एक राजनीतिक प्रतिशोध है और मामले की जांच के लिए कोई आधार नहीं है.”
सीएम भूपेश बघेल ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “दिल्ली पुलिस कितनी भी बैरिकेडिंग लगा ले, कितनी भी कोशिश कर ले, सच्चाई की जीत होगी. बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सिर्फ तानाशाही कर रही है, देश के किसी कानून का पालन नहीं हो रहा है. यदि आप ईडी कार्यालय के सामने पहुंचते हैं, तो आपको पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया जाता है.”
गांधी परिवार को ईडी के समन को लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय पर तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी के ‘सत्याग्रह’ मार्च में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया.