नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को रक्षा बुलियन और क्लासिक मार्बल्स से संबंधित चार परिसरों में तलाशी अभियान समाप्त किया.
पारेख एल्युमिनेक्स लिमिटेड के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में तलाशी ली गई थी. ईडी ने 8 मार्च, 2018 को पारेख एल्युमिनेक्स लिमिटेड के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था.
एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी ने बैंकों को ठगा और 2296.58 करोड़ रुपये का कर्ज लिया. इसके बाद विभिन्न कंपनियों के माध्यम से लेयरिंग करके पैसे की हेराफेरी की गई. असुरक्षित ऋण और निवेश प्रदान करने के संदर्भ में धन को विभिन्न खातों में भेजा गया था. वही ऋण लेने का उद्देश्य नहीं था और इस तरह के लेनदेन के लिए कोई समझौता नहीं था.
तलाशी अभियान के दौरान रक्षा बुलियन के परिसर से निजी लॉकरों की चाबियां मिलीं. निजी लॉकरों की तलाशी लेने पर पता चला कि लॉकर का संचालन उचित नियमों का पालन किए बिना किया जा रहा था.
अधिकारी ने कहा, “केवाईसी का पालन नहीं किया गया था और परिसर में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया था. अंदर और बाहर रजिस्टर नहीं था. लॉकर परिसर की तलाशी लेने पर पता चला कि 761 लॉकर थे, जिनमें से तीन रक्षा सर्राफा के थे. लॉकरों को ऑपरेट करने पर दो लॉकरों में 91.5 किलोग्राम सोना और 152 किलोग्राम चांदी मिली, जिसे जब्त कर लिया गया. रक्षा बुलियन के परिसर से अतिरिक्त 188 किलोग्राम चांदी भी जब्त की गई.”
ईडी ने कहा कि जब्त किए गए सामानों की कुल कीमत 47.76 करोड़ रुपये है. ईडी अधिकारी ने कहा, “इस मामले में पहले 46.97 करोड़ रुपये और 158.26 करोड़ रुपये की राशि अलग-अलग तारीखों पर ईडी ने कुर्क की थी.”
मामले में आगे की जांच जारी है.