छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में एसटीएफ लखनऊ यूनिट ने मेरठ एंटी करप्शन कोर्ट में आरोपी विधु गुप्ता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. एसटीएफ ने एक अन्य आरोपी रिटायर्ड आईएएस अफसर अनिल टुटेजा का रिमांड लिया है. आरोपी अनिल से अब 25 जुलाई तक पूछताछ की जाएगी और इस केस से जुड़ी जानकारी ली जाएगी.
करीब दो हजार करोड़ रुपये का घोटाला : छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 के बीच करीब दो हजार करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ. शराब घोटाले में ईडी जांच कर रही है. नोएडा के कासना थाने में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था. खुलासा किया गया कि नोएडा स्थित पीएचएसएफ नामक कंपनी को होलोग्राम छापने का टेंडर मिला था. यह टेंडर छत्तीसगढ़ के एक्साइज डिपार्टमेंट ने होलोग्राम की आपूर्ति करने के लिए अवैध रूप से दिया गया.
टेंडर के लिए उसकी शर्तों में संशोधन : आरोप है कि आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी, तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास, तत्कालीन आईएएस अनिल टुटेजा ने टेंडर के लिए उसकी शर्तों में संशोधन किया. बदले में कंपनी मालिक विधु गुप्ता से प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन लिया गया.
अवैध देसी शराब की बोतलें बेची गईं : छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देसी शराब की बोतल बेचने के लिए बेहिसाब डुप्लीकेट होलोग्राम लिए गए. ऐसे में तत्कालीन आबकारी आयुक्त निरंजन दास, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी और तत्कालीन सचिव इंडस्ट्रीज आईएएस अनिल टुटेजा को आरोपी बनाया गया.