
श्रीनगर . आतंक के खौफ में घाटी के खेल मैदानों पर छाया सन्नाटा भी टूटने लगा है. भारतीय सेना की ओर से आयोजित महिला क्रिकेट लीग में श्रीनगर के शेर-ए- कश्मीर स्टेडियम में बेटियों के बल्ले से चौके और छक्के बरस रहे हैं.
सेना के सद्धभावना प्रोजेक्ट के तहत चल रही लीग में कुल बारह टीमें हिस्सा ले रही हैं. महिला क्रिकेट लीग में भाग ले रहीं बारह टीमों में से तीन श्रीनगर से हैं. अन्य टीमे राज्य के अलग-अलग जिलो से हैं.
खेलों में खुद को आजमाएं युवा महिला क्रिकेट लीग की निगरानी कर रहे कर्नल मनोज डोबरियाल ने कहा कि घाटी में महिलाओं के बीच क्रिकेट की दीवानगी सिर चढ़कर बोल रही है. ये बदलाव की नई बयार है. कर्नल मनोज ने कहा कि घाटी में खेलों के प्रति हर वर्ग में जोश और जुनून है. युवाओं को सभी खेलों में खुद को आजमाना चाहिए. उन्होंने लीग के आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले जम्मू- कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) और स्थानीय प्रशासन का शुक्रिया अदा किया है.
हुनर दिखाने का मंच शोपियां स्ट्राइकर्स की तरफ से खेल रहीं ताबिन का कहना है कि महिला क्रिकेट लीग के जरिए हमें अपना हुनर दिखाने का मौका मिला है. पहले इस तरह के आयोजन नहीं होते थे. महिला खिलाड़ियों को हुनर दिखाने का पूरा मौका मिल रहा है.
युवा खिलाड़ी काफी उत्साहित कश्मीर यूनिवर्सिटी की कोच सकीना अख्तर का कहना है कि घाटी में ऐसे आयोजन और होने चाहिए. ये पहला मौका है जब इस तरह की प्रतियोगिता हो रही है. इसको लेकर हर कोई उत्साहित है.
‘युवा खिलाड़ी रोल मॉडल बनेंगे’
कश्मीर के संभाग आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी का कहना है कि खेलों में प्रतिभाग कर रही महिला खिलाड़ी अपने शहर और गांव के दूसरे युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं. सभी युवाओं को मेरा यही संदेश है कि वो खेलों में मौका तलाशें. घाटी में खेल के प्रति रूझान बढ़ रहा है. इसी का नतीजा है कि पोलो व्यू बाजार और लाल चौक पर भी युवा खिलाड़ियों को क्रिकेट मैच खेलते हुए देखा गया है.