छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महो़त्सव एवं राज्योत्सव का भव्य आयोजन किया गया है. इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न शासकीय विभागों की विकास प्रदर्शनी लगाई गई हैै. इस विकास प्रदर्शनी में शिल्पग्राम का स्वरूप भी बनाया गया है. शिल्पग्राम में छत्तीसगढ़ की विभिन्न कला और संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है. रोचकता और रचनात्मकता से भरपूर के शिल्पग्राम प्रदर्शनी में पहुंचने वाले लोगों को स्व-स्फूर्त अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिल्पग्राम पहुंचे. उन्होंने शिल्पग्राम का बारीकी से अवलोकन किया. साथ ही शिल्पग्राम मौजूद कलाकारों और शिल्पकारों से आत्मीय भाव से मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने इन कलाकारों और शिल्पकारों से उनकी रचनात्मकता को लेकर चर्चा की साथ ही उनकी प्रतिभा की भुरी-भुरी प्रशंसा करते हुए सराहना की.
राज्योत्सव के दौरान लगी विकास प्रदर्शनी स्थल के मध्य में बनाया गया शिल्पग्राम जनमानस को आकर्षित कर रहा है और लोगों के लिए जिज्ञासा का प्रमुख केन्द्र बना हुआ है, जिसमें प्रदेश स्तर के बुनकर शिल्पी अपने-अपने बेहतरीन व आकर्षक उत्पादों का जीवंत प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आकर्षक छूट के साथ विक्रय भी कर रहे हैं.
शिल्पग्राम में कोसा, रेशमी साड़ी ड्रेस मटेरियल तथा काटन बेडशीट का बेहतरीन संकलन खादी के वस्त्र बेलमेटल, काष्ट कला, माटी कला टेराकोटा के आकर्षक उपयोगी तथा सजावटी सामग्री दो दिनों में लगभग 50 लाख की बिक्री कर बुनकरों शिल्पियां ने आयोजन का लाभ उठाया है. वही दूसरी ओर बिचौलियों के नहीं होने से ग्राहकों को भी सीधा लाभ मिला है. प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस आयोजन हेतु जिससे अनेक उत्पादों के प्रचार-प्रसार व विक्रय का प्लेटफॉर्म मिला, जिससे इन्हें अच्छी आय हो रही है. इस बार शिल्पग्राम के मध्य में छत्तीसगढ़ महतारी की भव्य और आकर्षित प्रतिमा स्थापित की गई है. छत्तीसगढ़ महतारी की इस प्रतिमा के साथ सेल्फी लेने लोगों में होड़ मची हुई है.