अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने शुक्रवार को अपने आवास पर आयोजित दीपावली मिलन कार्यक्रम के बाद कहा है कि “दीपावली एक ऐसा वैश्विक त्यौहार है जो संस्कृतियों की सीमा लांघ जाता है.” इस मौके पर मौजूद सैकड़ों भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “यह त्यौहार अंधेरे पर प्रकाश की प्रासंगिकता से प्रेरित होने तथा अंधकारपूर्ण वातावरण में प्रकाश पैदा करने के बारे में भी है.”
कमला हैरिस ने इस साल अमेरिका में दीपावली मनाने की जो शुरुआत की है वह अगले तीन दिन तक जारी रहेगी. न्यूयार्क के प्रसिद्ध टाइम्स स्क्वायर पर दीपावली मनाने की तैयारियां जारी हैं. इसके साथ ही दीपावली के दिन ह्वाइट हाउस में भी राष्ट्रपति जो बाइडेन दीपावली मनाएंगे. अमेरिका तो एक नया उदाहरण है जहां दीपावली संस्कृतियों की सीमा को लांघते हुए एक प्रतिष्ठित पर्व के रूप में उभर रहा है.
भारत सहित दक्षिण एशिया के कई देशों जैसे नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, फिजी में दिवाली का त्यौहार हजारों सालों से मनाया जा रहा है. यह त्यौहार अब एशिया महाद्वीप की सीमाओं को लांघकर यूरोप सहित अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी लोकप्रियता हासिल कर रहा है.
यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) कुछ दिनों पहले, यूनाइटेड किंगडम की संसद में दिवाली का त्यौहार मनाया गया था. पिछले साल, प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने अधिकारिक ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से एक वीडियो सन्देश के माध्यम से दिवाली और बन्दी छोड़ दिवस की शुभकामनायें दी थी. साल 2021 में दिवाली के दिन महात्मा गांधी के जीवन और विरासत को मनाने के लिए नए £5 के सिक्के (Commemorative coin) का अनावरण किया गया था. साल 2016 में प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने अपने कार्यालय, 10 डाउनिंग स्ट्रीट में दिवाली का उत्सव मानते हुए कहा था कि मैं भगवान राम के अयोध्या वापस लौटने की कहानी को जानती हूँ जिसके चलते यह दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है. साल 2014 में प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने दिवाली पर एक लंबा भाषण देते हुए हिन्दुओं के मूल्यों एवं जीवन लक्ष्य को अपनाने पर जोर दिया था.
साल 2014 में कंजर्वेटिव सांसद बॉब ब्लैकमैंन ने हाउस ऑफ कॉमन्स में दिवाली को यूनाइटेड किंगडम का सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का एक बिल पेश किया था. हालाँकि, यह बिल पारित नहीं हो सका. फिर साल 2018 और 2021 में भी इसी प्रकार के असफल प्रयास हो चुके है. साल 2007 में वर्तमान किंग और उस समय के प्रिंस चार्ल्स और उनकी पत्नी कैमिला ने लंदन के स्वामीनारायण मंदिर में दिवाली का त्यौहार मनाया और लक्ष्मी पूजा में भी शामिल हुए. साल 2005 में 100 से अधिक ब्रिटिश सांसदों, वरिष्ठ मंत्रियों और राजनयिकों ने मिलकर ब्रिटिश संसद में दिवाली का त्यौहार मनाया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री टोनी ब्लयेर ने इस मौके पर एक शुभकामना सन्देश भी जारी किया था.
अमेरिका न्यूयॉर्क के स्कूलों में अगले साल से दिवाली की छुट्टी मिल सकती है. इस दिन को वहां राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने का एक बिल भी अमेरिकी कांग्रेस में लंबित है. साल 2016 में, सात वर्षों के लगातार प्रयासों के बाद अमेरिकी पोस्टल सर्विस ने दिवाली पर डाक-टिकट जारी किया, जिसके डिजाइन में सुनहरी पृष्ठभूमि पर दीए की तस्वीर है.
साल 2003 में राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने दिवाली पर शुभकामनाएं देना शुरू किया जिसके बाद यह लगातार जारी है. 4 नवम्बर 2010 को राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में दिवाली के मौके पर एक सन्देश जारी कर कहा, “कल, हिंदू, जैन, सिख और कुछ बौद्ध, यहां अमेरिका और दुनिया भर में, दीवाली – रोशनी के त्योहार की छुट्टी मनाएंगे. यह एक ऐसा दिन है जब दुनिया के सबसे पुराने धर्मों के अनुयायी बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाते हैं.” इसके बाद से भूतपूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन हर साल दिवाली पर अपनी शुभकामनाएं भेजते है और व्हाइट हाउस में दीपक भी जलाते है.
कमला हैरिस द्वारा अपने आवास पर दीपावली मिलन कार्यक्रम करने के बाद इस साल भी ह्वाइट हाउस में दीपावली मनाने की पूरी तैयारी है. साल 2007 में अमेरिका की कांग्रेस ने दिवाली को महत्वपूर्ण त्यौहार के रूप में मान्यता देते हुए उसके ऐतिहासिक महत्व को स्वीकार किया था.
ऑस्ट्रेलिया ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज भी दिवाली पर अपनी शुभकामनाएं पहले ही प्रेषित कर चुके है. साल 2020 में भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ’ फ्रेल ने अपने ट्वीटर अकाउंट से हिंदी में दिवाली का एक वीडियो सन्देश जारी किया था. साल 2019 में प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट पर हिंदी में दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “नमस्ते, कितना अच्छा है दिवाली का त्योहार.” साल 2016 में प्रधानमंत्री मैलकॉम टर्नबुल ने दिवाली पर सन्देश देते हुए कहा, “प्राचीन काल से मनाई जा रही दिवाली हिंदू कैलेंडर का सबसे अहम पर्व है. यह अवसर पारंपरिक संस्कृति के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है, जहां परिवार और दोस्त एक साथ मिलकर दीए जलाते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और अंधकार पर प्रकाश की विजय का जश्न मनाते हैं.”
फ्रांस साल 2020 में फ्रांस के भारत में राजदूत इमैन्युएल लेनैन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए कई भारतीय भाषाओँ में दिवाली की शुभकामनाएं दी. इस वीडियो में, मुंबई में स्थित दूतावास कार्यालय ने मराठी में, बेंगलुरु स्थित कार्यालय ने कन्नड़ में, कोलकाता स्थित कार्यालय ने बंगाली में, और पुदुचेरी एवं चेन्नई स्थित कार्यालय ने तमिल में बधाई दी. कनाडा/जर्मनी/इटली साल 2015 से हर साल, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडौ दिवाली की शुभकामनाएं देते आ रहे हैं. इस साल उन्होंने स्कूली छात्रों के साथ इस त्यौहार को मनाया. साल 2020 में जर्मनी के कई मंत्रियों – बाडेन-वुर्टेमबर्ग और कैरोलिना ट्राउटनर ने वीडियों के माध्यम से दिवाली की बधाई दी थी.
इटली के भारत स्थित दूतावास ने साल 2017 में हिंदी में दिवाली की शुभकामनाएं दी थी. इजरायल साल 2021 में इजरायली प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट ने अपने ट्वीटर अकाउंट से हिंदी और अंग्रेजी में दिवाली की बधाई देते हुए कहा “समस्त भारतवासियों को दिवाली के पावन अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ.”
इसी साल इजरायल के भारत स्थित दूतावास ने भी दिवाली का त्यौहार मनाया था. इस दौरान दूतावास में लक्ष्मी एवं गणेश जी की मूर्ति के साथ दीपक जलाये गए. साल 2018 में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिंदी में ट्वीट कर दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा था, इज़राइल के लोगों की ओर से, मैं अपने प्यारे दोस्त नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों को दिवाली की शुभकामनाएँ देना चाहता हूं. रोशनी के इस चमकदार त्योहार से आपको खुशी और समृद्धि मिले. हमें बेहद ख़ुशी होगी अगर आप इस ट्वीट का उत्तर, उस शहर के नाम से दें जहां आप यह त्यौहार मना रहे हैं.”
इज़राइल के राष्ट्रपति रेवेन रिवलिन ने साल 2019 में ट्वीटर के माध्यम से दिवाली की बधाई दी थी. दुनिया के अलग अलग देशों, सभ्यताओं और संस्कृतियों में बढते दीपावली के महत्व के पीछे मुख्य रूप से भारतीय संस्कृति का विश्व पटल पर बढता प्रभाव है. इसके साथ ही भारतवंशियों की उपस्थिति ने भी दीपावली के त्यौहार को संस्कृति की सीमा लांघने में मदद किया है. अब दीपावली भारत का ही नहीं विश्व का प्रकाशपर्व बनने की दिशा में अग्रसर है.