नई दिल्ली . केंद्र सरकार एयरलाइंस के डार्क पैटर्न पर लगाम कसने की तैयारी कर रही है. एयरलाइंस के पोर्टल से ग्राहकों को ठगे जाने पर सरकार गंभीर हो गई है.
डार्क पैटर्न को लेकर हवाई यात्रियों की बढ़ती शिकायतों के बीच सरकार ने आठ नवंबर को सभी एयरलाइनों और यात्रा पोर्टलों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है. सरकार ई कॉमर्स वेबसाइटों के लिए भी डार्क पैटर्न को लेकर गाइडलाइंस जारी करने की तैयारी कर रही है.
उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि पिछले एक साल में सरकार को राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन के माध्यम से एयरलाइन क्षेत्र से संबंधित दस हजार शिकायतें मिली है. इनमें टिकट रद्द के बाद रिफंड नहीं मिलने के साथ मुफ्त अनिवार्य वेब चेक-इन के बावजूद हर सीट को भुगतान योग्य दिखाना शामिल है.
डार्क पैटर्न को लेकर हैकाथॉन की शुरुआत
डार्क पैटर्न को लेकर उपभोक्ता मंत्रालय डार्क पैटर्न बस्टर हैकाथॉन भी शुरू कर रहा है. 26 अक्तूबर से 15 मार्च तक चलने वाली इस हैकाथॉन में ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर डार्क पैटर्न की पहचान करने वाले सॉफ्टवेयर सोल्यूशन तलाश किया जाएगा. चार माह तक चलने वाली यह हैकाथॉन कई चरणों से गुजरेगी.
त्योहार के सीजन में ई कॉमर्स वेबसाइट पर सेल फेस्टिवल शुरू हो जाता है. ऑनलाइन शॉपिंग में वेबसाइट पर कई चीज खुद जुड़ जाती हैं. इसके बारे में उपभोक्ता की राय नहीं ली जाती. कई बार वेबसाइट को इस तरह तैयार किया जाता है कि उपभोक्ता चीज और उसकी कीमत के बारे में ठीक तरह से सोच नहीं पाता है.