नई दिल्ली, 30 अगस्त भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के 2021 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने मंगलवार को 7, लोक कल्याण मार्ग पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने अनौपचारिक बातचीत में प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारियों को सेवा में शामिल होने पर बधाई दी और कहा कि उन्हें अब विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा. उन्होंने उनसे सेवा में शामिल होने के कारणों पर चर्चा की.
2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष होने की बात करते हुए उन्होंने विस्तार से चर्चा की कि वे बाजरा को लोकप्रिय बनाने में कैसे योगदान दे सकते हैं, ताकि हमारे किसान लाभान्वित हो सकें. उन्होंने बताया कि कैसे बाजरा पर्यावरण के अनुकूल है और इसके स्वास्थ्य लाभ भी हैं.
उन्होंने बताया कि एलआईएफई (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) और पर्यावरण को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव कैसे ला सकते हैं. प्रशिक्षु अधिकारियों ने इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में उनके द्वारा समर्थित ‘पंच प्रण’ पर चर्चा की और बताया कि आईएफएस अधिकारी लक्ष्य हासिल करने में कैसे योगदान कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को अगले 25 वर्षो की लंबी अवधि के लिए सोचने और योजना बनाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि वे इस अवधि के दौरान खुद को कैसे विकसित कर सकते हैं और देश के विकास के लिए उपयोगी हो सकते हैं.