न्यूज़ डेस्क : इस वक़्त की सबसे बड़ी ख़बर सामने आ रही है। भाजपा नेता व पूर्व सरपंच महेश गोटा पर जानलेवा हमले के आठ दिन बाद नक्सलियों ने एक पर्चा जारी किया है। जिसमे माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजनल कमेटी ने महेश गोटा पर जानलेवा हमले की जिम्मेदारी ली है। पर्चे में नक्सलियों ने महेश गोटा पर पुलिस के साथ सांठगांठ समेत अन्य आरोप लगाया है। आपको बता दे की महेश गोटा पर फरसेगढ़ के सोमनपल्ली के पास नक्सलियों ने जानलेवा हमला किया था। हमले की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों के वहां पहुंच जाने से नक्सली अधमरे हालत में गोटा को छोड़कर भाग गए थे। स्वजन उसे बीजापुर अस्पताल ले गए, जहां से रात में ही डिमरापाल स्तिथ मेडिकल कालेज लाया गया। यहां से और एंबुलेंस में गोटा को दिल्ली के अस्पताल ले जाया गया। गोटा की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
नक्सलियों ने पर्चा जारी कर कहा है कि अंदरुनी क्षेत्र के युवाओं को भाजपा से जोड़ने का काम महेश गोटा कर रहे थे, जबकि उन्हें ऐसा नहीं करने की हिदायत दी गई थी। साथ ही पर्चे में लिखा है कि फरसेगढ़ थाना में हेलीपेड निर्माण,आदिवासियों के जमीन हड़पने, ठेकेदारों के साथ मिलकर अंदरूनी इलाकों में पुल-पुलिया निर्माण व कुछ सरपंचों को अपने पक्ष में लेकर सागमेटा, एडापल्ली, पिल्लूर और सेंड्रा में कैम्प खोलने की योजना बनाने का भी आरोप लगाया है।