रायपुर. महापौर एजाज ढेबर ने आज शहर में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली. जिसमें विशेषकर अमृत मिशन, जलप्रदाय और सड़क निर्माण के अधिकारियों को एक साथ संयोजन कर कार्य करने के निर्देश दिए. साथ ही चेतावनी भी दी कि सड़क बनने के बाद किसी वजह से खुदाई की तो सम्बन्धितों से उसका खर्चा वसूला जाएगा.
निगम मुख्यालय भवन में आज दोपहर 2 बजे आयोजित बैठक में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, जलकार्य विभाग के भारसाधक सदस्य सतनाम पनाग निगम के अपर आयुक्त सुनील चंद्रवंशी, मुख्य अभियंता जल आर के चौबे, कार्यपालन अभियंता बद्री चन्द्राकर, अमृत मिशन के प्रभारी अभियंता अंशुल शर्मा, सभी जोनों के जलप्रदाय, अमृत मिशन तथा लोककर्म विभाग के अधिकारियों भी शामिल थे. महापौर श्री ढेबर सड़कों की बार – बार खुदाई से खिन्न दिखे. उन्होंने कहा कि कोई भी डामर सड़क बनाने से पहले सभी विभाग आपस में संयोजन कर यह सुनिश्चित कर लें कि क्षेत्र में पाइप लाइन , केबल लाइन बिछाने और नाली बनाने का काम पहले से ही हो जाए. साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि अब सड़क बनने के बाद यदि सड़क खोदी गई तो जिम्मेदारों पर से खर्चा वसूला जाए. अमृत मिशन के कामों की लेटलतीफी को लेकर भी नाराज दिखे. नेता प्रतिपक्ष श्रीमती चौबे ने पूछा कि ठेकेदार पर साढ़े तीन चार करोड़ का जुर्माना लगाया गया है. इस जुर्माना को कवर करने के काम की क्वालिटी कमजोर तो नहीं रहेगी. जिस पर जवाब मिला कि अमृत मिशन का काम कर रहे ठेकेदार की कम्पनी इसी तरह काम गत सौ सालों से कर रही है. यह कम्पनी क्वालिटी पर काम के मामले में अव्वल रहती है. किसी वार्ड में नई पानी टँकी बन रही हो तो ये ध्यान रखा जाए कि सबसे पहले उस वार्ड को पानी मिले. उसके बाद ही दूसरे वार्ड को पानी दिया जाए.
महापौर ढेबर ने एसटीपी योजना के काम पर उंगली उठाया. भूमिपूजन के बाद भी काम प्रारम्भ नहीं होने पर भी वे नाराज हुए. उन्होंने कहा कि यदि ठेकेदार काम नहीं करता है तो सम्बंधित ठेकेदार को नोटिस देकर उसका ठेका रद्द कर किसी दूसरे को दिया जाए.