आतंकवाद के बीच पाक से रिश्तों में सुधार संभव नहीं – एस. जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान जब तक आतंकवाद को पोषित करता रहेगा, तब तक द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारत दौरे के दौरान शंघाई सहयोग संगठन के एजेंडे को छोड़कर अलग तरह की बातें करने में व्यस्त रहे.
विदेश मंत्री ने रविवार को कर्नाटक के मैसुरु में विदेश नीति पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच दूरियां दोनों देशों के हित में नहीं है, लेकिन यह पड़ोसी मुल्क को तय करना है कि वह आतंकवादियों को पनाह देना जारी रखेगा या फिर संबंधों में सुधार चाहता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने शंघाई सहयोग संगठन के मंच पर जो कहा वह संगठन के एजेंडे से बिल्कुल अलग था. जिस मुद्दे पर बात होनी चाहिए थी, उस पर वह कुछ भी नहीं कह पाए.
राहुल गांधी पर निशाना साधा विदेश मंत्री ने चीन सीमा पर स्थिति को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार चीन के साथ संबंधों को लेकर पूरी तरह सजग है. मगर, कांग्रेस को सीमा पर स्थिति से जुड़े पहलू का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. जयशंकर ने कहा कि वह चीन सीमा पर स्थिति को लेकर राहुल गांधी से बात करना चाहते थे, लेकिन उन्हें पता चला कि वह चीनी राजदूत से इस मसले पर सलाह ले रहे हैं. विदेश मंत्री ने दावा किया कि राहुल गांधी ने डोकलाम संकट के दौरान चीन के राजदूत से मुलाकात की थी. उन्होंने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है.
अच्छे मेहमान के लिए मैं अच्छा मेजबान जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष बिलावल भुट्टो के साथ एससीओ सम्मेलन के दौरान तल्खी पर जवाब दिया है. उन्होंने रविवार को कहा कि बिलावल भुट्टो एससीओ में बतौर विदेश मंत्री आए थे. ऐसे में अगर मेरे पास एक अच्छा अतिथि होगा, तो मैं एक अच्छा मेजबान हूं.
मीडिया को पूरी आजादी
प्रेस इंडेक्स में भारत की कम रैंकिंग को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि देश का मीडिया पूरी तरह से स्वतंत्र एवं स्वायत्त है. कुछ विदेशी ताकतें खास एजेंडे के तहत इस तरह की आधारहीन रिपोर्ट तैयार करती हैं.