अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुनिया के सामने पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब किया है. बाइडेन ने पाकिस्तान को दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक कहा. बाइडेन ने यह टिप्पणी परमाणु हथियारों के भंडारण को लेकर कही. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच तालमेल नहीं है. इसलिए दुनिया के लिए यह बड़ा खतरा हो सकता है. डेमेक्रेटिक कांफ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान को लताड़ा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है. वो इसलिए क्योंकि वह परमाणु हथियारों का भंडारण कर रहा है. वहां सेना और सरकार के बीच तालमेल नहीं है.
एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पाकिस्तान के खिलाफ बयान दे रहे हैं. दूसरी तरफ हथियारों की सप्लाई लगातार जारी रखे हुए है. सैन्य मदद के अलावा अमेरिका पाकिस्तान को आर्थिक मदद और आईएमएफ में बैकडोर से मदद कर रहा है.
इस बयान से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को 725 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता देने की घोषणा की. इस मदद से रूस का बयान अभी तक नहीं आया है. बता दें कि यूक्रेन संकट के बीच रूस पश्चिमी देशों समेत अमेरिका को परमाणु हमले की चेतावनी दे चुका है. साथ ही नाटो देशों की तरफ कई न्यूक्लियर हथियारों की तैनाती कर दी है.
बाइडेन ने शी जिनपिंग पर भी टिप्पणी की और कहा कि “यह इंसान (शी जिनपिंग) जो यह समझता है कि वह क्या चाहता है, लेकिन उसके पास समस्याओं की एक विशाल, विशाल श्रृंखला है. हम इसे कैसे संभालेंगे? रूस में जो हो रहा है, हम उस रिश्तेदार को कैसे संभालेंगे? जो मुझे लगता है वह शायद एक है दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक पाकिस्तान है जो बिना किसी सामंजस्य के परमाणु हथियार खरीदता जा रहा है.”
बाइडेन की टिप्पणी को अमेरिका के साथ संबंध सुधारने के शहबाज शरीफ सरकार के प्रयास के लिए एक झटके के रूप में देखा जा सकता है. बाइडेन ने कहा तो, दोस्तों, बहुत कुछ चल रहा है. बहुत कुछ चल रहा है. लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए 21 वीं सदी की दूसरी तिमाही में गतिशीलता को बदलने के लिए बहुत सारे अवसर हैं,”
बता दें कि बाइडेन की ये टिप्पणियां अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति जारी होने के दो दिन बाद आई हैं और 48 पन्नों के इस दस्तावेज में पाकिस्तान का जिक्र नहीं है. बुधवार को, बाइडेन प्रशासन ने चीन और रूस दोनों द्वारा अमेरिका के लिए खतरे को रेखांकित करते हुए, कांग्रेस द्वारा अनिवार्य प्रमुख नीति दस्तावेज जारी किया.
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में कहा गया है कि चीन और रूस जिन्होंने इस साल की शुरुआत में “नो-लिमिट पार्टनरशिप” की घोषणा की थी, वे एक-दूसरे के साथ तेजी से जुड़े हुए हैं.