सुप्रीम कोर्ट से जमानत के बाद भी पत्रकार सिद्दिक कप्पन की जेल से रिहाई मुश्किल

हाथरस कांड के बाद जिले में गड़बड़ी फैलाने की नियत से पहुंचने के आरोप में गिरफ्तार पत्रकार सिद्दीक कप्पन को सोमवार को जेल से लाकर एडीजे अनुरोध मिश्रा की अदालत में पेश किया गया. सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के अनुपालन में कप्पन को कोर्ट में लाया गया. एडीजे अनुरोध मिश्रा ने कप्पन को एक-एक लाख की दो जमानतें और इतनी ही धनराशि के पर्सनल बांड दाखिल करने पर जेल से रिहा करने का आदेश दिया. हालांकि बावजूद इसके कप्पन की रिहाई मुश्किल है, क्योंकि ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट का मामला दर्ज कर रखा है, जिसमें अभी तक कप्पन को जमानत नहीं मिली है.
गौरतलब है कि पांच अक्टूबर 2020 को केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन तथा तीन अन्य लोगों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इन्हें कोई संज्ञेय अपराध करने की मंशा रखने के शक में अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया था, लेकिन चारों के खिलाफ बाद में राजद्रोह और आतंकवाद रोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने चारों के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबंध होने के भी आरोप लगाए थे.
सोमवार को अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश अनुरोध मिश्रा की अदालत ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के बाद कप्पन को रिहा कर दिया, जिसने उन्हें 9 सितंबर को जमानत दी थी. कप्पन को अक्टूबर 2020 में गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद कर दिया गया था. कप्पन उत्तर प्रदेश के हाथरस जा रहे थे, जहां कथित तौर पर बलात्कार के बाद एक दलित महिला की मौत हो गई थी. पीटीआई ने डीजी जेल पीआरओ संतोष वर्मा के हवाले से कहा कि कप्पन जेल में ही रहेगा क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच की जा रही एक मामला अभी भी लंबित है.
अर्जी पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने कप्पन को जमानत दाखिल करने का आदेश देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की शर्तों का अनुपालन करने की अंडरटेकिंग देने पर आरोपी को रिहा किया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने कप्पन को रिहाई के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन थाना क्षेत्र में ही रहने का आदेश दिया है. दिल्ली से बाहर जाने के लिए ट्रायल कोर्ट की इजाजत लेनी होगी. रिहा होने के छह हफ्ते तक कप्पन को हर सोमवार को संबंधित थाने में अपनी हाजिरी भी लगानी होगी. छह हफ्ते के बाद कप्पन को अपने घर मल्लापुरम जाने की छूट होगी, लेकिन वहां भी हर सोमवार उसे थाने में हाजिरी लगानी होगी.