मामला कांकेर जिले के अटल आवास का है. यहां से पुलिस को मुखबिरों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना लगातार मिल रही थी. जिसके बाद कांकेर पुलिस ने छापेमारी की प्लानिंग की. करीब 150 पुलिस जवानों के साथ आधी रात तीन बजे सर्जिकल स्ट्राइक की गई. पुलिस जवानों ने दबिश देकर 96 मकानों की तलाशी ली, जिसमें 12 संदिग्ध पकड़े गए. सभी दूसरे राज्यों के हैं. इसमें से अभी एक संदिग्ध के 2 आपराधिक मामलों में संलिप्त होने की जानकारी हाथ लगी है. बाकियों की जांच की जा रही है. पुलिस टीम की इस कार्रवाई से इलाके में खलबली मच गई. इस तलाशी में लगभग 4 घंटे लग गए. एक-एक मकान में रहने वालों के सभी दस्तावेजों को बारीकी से चेक किया.
साल 2019 में बनी ‘उरी द सर्जिकल स्ट्राइक’ रील फिल्म को कांकेर पुलिस ने रियल लाइफ में दिखाया है. छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर जिले स्थित अटल आवास में आधी रात तीन बजे पुलिस ने सर्जिकल स्ट्राइक की. करीब 150 पुलिस जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली. एक-एक कर इलाके के 96 मकानों की तलाशी ली. करीब 4 घंटे चली छापेमारी में 12 संदिग्ध पकड़े गए. सभी दूसरे राज्यों के बताए जा रहे हैं. इसमें एक के दो आपराधिक मामलों में संलिप्तता भी सामने आई है. पुलिस बाकी पकड़े गए संदिग्धों की कुंडली खंगाल रही है.
पुलिस ने 150 जवानों के साथ पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली. फिर सभी मकानों में रहने वालों से पूछताछ की. एक-एक मकान में रहने वालों के सभी दस्तावेजों को बारीकी से चेक किया. इस तलाशी में लगभग 4 घंटे लग गए. पूछताछ के दौरान कुछ लोग पुलिस को देखकर भागने का प्रयास करने लगे. पुलिस जवानों ने तत्काल घेरकर पकड़ लिया. सर्च के दौरान कांकेर पुलिस की टीम को अटल आवास में दो ऐसे मकान भी मिले, जिनके दरवाजे खुले थे और अंदर कोई नहीं था. न ही मकान में कोई सामान रखा था. पुलिस का मानना है कि ऐसे मकान आपराधिक तत्व छिपने के लिहाज से ज्यादा पसंद किए जाते हैं.
कोतवाली पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर शहर के अन्य वार्डों के इलाकों को भी चिन्हित किया है. यहां से भी संदिग्ध गतिविधियां की सूचनाएं मिल रही हैं. पुलिस के अनुसार, आगामी दिनों में भी इन इलाकों में योजनाबद्ध तरीके से दबिश देकर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.