गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने मुख्यमंत्री कैंडिडेट के नाम की घोषणा कर दी है. केजरीवाल ने ऐलान किया कि ईसुदान गढ़वी गुजरात में आम आदमी पार्टी के सीएम उम्मीदवार होंगे. गुजरात में ईशुदन गढ़वी पार्टी के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे. बता दें कि पंजाब की तर्ज पर ही केजरीवाल ने पिछले हफ्ते ही गुजरात के लोगों से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम तय करने की अपील की थी. जिसके बाद आज यानी 4 नवंबर को सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया गया.
अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का भरोसा जाहिर करते हुए कहा कि वह गुजरात के सीएम कैंडिडेट नहीं, गुजरात के अगला सीएम के नाम की घोषणा कर रहे हैं. केजरीवाल ने कहा, ”आम आदमी पार्टी एक नया इंजन है, नई उम्मीद लेकर आई है. नए उम्मीद, नए चेहरे, हम कमरे में बैठकर यह नहीं तय करते कि सीएम कौन होगा. पंजाब में भी यही किया था. भगवंत मान को सीएम कैंडिडेट केजरीवाल ने नहीं, पंजाब की जनता ने चुना था. अब जब लग रहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है. नई पार्टी का कोई सर्वे अनुमान नहीं लगा पाता है. दिल्ली में जब पहली बार हम जीते तो कोई सर्वे हमें एक भी सीट नहीं दे रहा था. गुजरात में सारे सर्वे फेल होंगे, हमारी सरकार बनेगी.”
इससे पहले पार्टी सूत्रों ने बताया था कि ‘AAP’ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पार्टी के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया, राष्ट्रीय महासचिव ईशुदान गढ़वी और महासचिव मनोज सोरठिया के नाम शामिल हैं. हालांकि पार्टी ने इन सबके ऊपर ईशुदान गढ़वी को तरजीह दी. बता दें कि केजरीवाल ने पिछले हफ्ते लोगों से SMS, WhatsApp, वॉयस मेल और ई-मेल के माध्यम से पार्टी से संपर्क करने का आग्रह किया था ताकि वे बता सकें कि उन्हें सीएम उम्मीदवार के तौर पर कौन पसंद है. उन्होंने कहा था कि वे 3 नवंबर की शाम तक अपनी बात रख सकते हैं और उनकी राय के आधार पर अगले दिन पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा की जाएगी.
आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को गुजरात चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों की अपनी नौवीं सूची जारी की थी. इसके साथ ही गुजरात में AAP के अब तक घोषित उम्मीदवारों की संख्या 118 हो गई है. 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के लिए चुनाव अगले महीने 2 चरणों में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को होंगे. वोटों की गिनती 8 दिसंबर को की जाएगी. इन चुनावों में बीजेपी जहां गुजरात की सत्ता में कायम रहने के लिए लड़ाई लड़ेगी वहीं कांग्रेस और AAP भगव दल को सत्ता से हटाने के लिए जोर लगाएंगे.