नई दिल्ली. आबकारी नीति पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की देशभर में कई स्थानों पर छापेमारी पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निशाना साधा है. केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि आबकारी नीति पर राजनीति के लिए अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है. बीते तीन महीने से 300 अधिकारी 24 घंटे इसी काम में लगे है लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला.
ईडी की ओर से छापेमारी को लेकर ट्वीट करने के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 500 से अधिक छापेमारी के अलावा गड़बड़ी पकड़ने के लिए बीते तीन महीने से सीबीआई और ईडी के 300 अधिकारी 24 घंटे सिर्फ एक आदमी मनीष सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढने के काम में जुटे हैं. सिसोदिया के घर से लेकर बैंक लॉकर को खंगाला जा चुका है, लेकिन कुछ नहीं मिला क्योंकि उन्होंने कुछ गलत किया ही नहीं है. केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ राजनीति के लिए अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है. इस तरह देश कैसे तरक्की करेगा. बताते चलें कि दिल्ली सरकार पर नई शराब नीति में अनियमितता बरतने का आरोप है. सीबीआई ने इस मामले में जो केस दर्ज किया है उसमें उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का भी नाम शामिल है. इसमें आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन प्रभारी विजय नायर की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, जिनका नाम सीबीआई की एफआईआर में दर्ज है.
रिपोर्ट में उठाए गए सवालों में सबसे बड़ा आरोप यह लगाया गया था कि शराब ठेकेदारों की लाइसेंस फीस माफ करने से दिल्ली सरकार को करीब 144 करोड़ रुपये का घाटा हुआ और मनीष सिसोदिया ने आबकारी मंत्री के तौर पर प्रावधानों को अनदेखा किया. दिल्ली के एलजी ने सीबीआई को इस पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया था. जिसके बाद मनीष एक घर बैंक के लॉकर सब कुछ सीबीआई ने खंगाला. इस बीच अरविंद केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति को वापस ले लिया. इस मामले में धन संशोधन का संदेह होने पर सीबीआई ने इसे प्रवर्तन निदेशालय के पास भेजा था. इसके बाद ईडी केस दर्ज कर अब तक कई बार छापेमारी कर चुकी है.