उत्तर प्रदेश विधान परिषद के मनोनीत सदस्यों के नाम पर मंथन अभी भी जारी है. हालांकि सूत्रों का दावा है कि बीजेपी (BJP) के ओर से मशहूर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) को एमएलसी सीट का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. हालांकि बीजेपी के में तीन और नामों पर मंथन चल रहा है. यूपी बीजेपी में एमएसली के मनोनीत सदस्यों के नाम पर मंथन तेज हो गया है. हालांकि सूत्रों का दावा है कि पार्टी के ओर से पहले मशहूर कवि कुमार विश्वास को एमएलसी के लिए ऑफर भेजा गया था. लेकिन उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया था. सूत्रों की मानें तो कुमार विश्वास ने राष्ट्रीय राजनीति में जाने की बात कहकर उस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है. जिसके बाद अब पार्टी ने दूसरे नामों पर चर्चा शुरू कर दी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दी मांक हू बिकेम चीफ मिनिस्टर, प्रजेंट एंड फ्यूचर, द मांक हू ट्रांसफार्मड उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी पास्ट के लेखक शांतुनू गुप्ता का नाम भी एमएलसी पैनल में है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत को भी एमएलसी पैनल में शामिल किया गया है. बता दें कि आईआईएम ग्रेजुएट साकेत ने आईपीएस की नौकरी छोड़कर बैंक की नौकरी की थी. साकेत को पहले लोकसभा के चुनावी मैदान में उतारने की चर्चा भी रही है.
मालिनी अवस्थी समेत कई नाम
एमएलसी के लिए लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी का नाम भी पैनल में है. राजनीतिक क्षेत्र से भाजपा के कानपुर- बुंदलेखंड क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, बृज के क्षेत्रीय अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी का नाम भी शामिल हैं. मनोनीत कोटे से एक दलित, एक महिला और एक पिछड़े वर्ग के नेता की नियुक्ति की जाएगी. पार्टी आगामी आम चुनाव के मद्देनजर जातीय संतुलन बैठाने के लिए मंथन कर रही है. कुछ नामों पर सहमति नहीं बनने से परिषद में सदस्यों का मनोनयन नहीं हो पा रहा है.