दिल्ली. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा ने पीपीई किट खरीद मामले में घपले का आरोप लगाने वाले आप नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया.
सिसोदिया ने दी थी ये धमकी
रिंकी सरमा के वकील पी. नायक ने कहा कि उनके मुवक्किल ने कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधियों के तहत पीपीई किट दान के रूप में जमा की.
इस महीने की शुरुआत में असम के मुख्यमंत्री और सिसोदिया के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया था, जिसमें सिसोदिया द्वारा कोविड पीपीई किट की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप के बाद मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी गई थी.
सिसोदिया ने दावा किया कि पीपीई किट के ठेके सरमा की पत्नी से जुड़ी एक कंपनी को दिए गए. एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए, सिसोदिया ने कहा था कि असम सरकार ने अन्य कंपनियों से 600 रुपये के लिए पीपीई किट की खरीद की, सरमा ने अपनी पत्नी और बेटे के व्यापारिक भागीदारों की फर्मो को 990 रुपये प्रति पीस के लिए तत्काल आपूर्ति के आदेश दिए.
सफाई में असम सीएम ने क्या कहा था?
सिसोदिया के आरोपों पर सफाई देते हुए असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश 100 से अधिक वर्षों में सबसे खराब महामारी का सामना कर रहा था, असम के पास शायद ही कोई पीपीई किट हो. मेरी पत्नी ने आगे आने का साहस किया और जान बचाने के लिए सरकार को लगभग 1,500 पीपीई किट मुफ्त में दान कर दीं. उसने एक पैसा भी नहीं लिया.
पीपीई किट की आपूर्ति में अनियमितता के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सरमा ने कहा कि पीपीई किट “सरकार को उपहार में दी गई” और उनकी पत्नी की कंपनी ने इसके लिए “कोई बिल नहीं उठाया”.