दुनिया में कहीं भी करियर बना सकेंगे मेडिकल छात्र

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को 10 साल की अवधि के लिए प्रतिष्ठित वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेडिकल एजुकेशन(डब्ल्यूएफएमई) की मान्यता का दर्जा दिया गया है.
अधिकारियों के अनुसार इस सम्मान से भारतीय छात्रों को दुनिया में कहीं भी अपना करियर बनाने का मौका मिलेगा. यानी अब वे विदेशों में भारत की डिग्री के साथ अभ्यास कर सकते हैं. विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मानकों के कारण भारत अंतरराष्ट्रीय छात्रों की पहली पसंद भी बनेगा. अधिकारियों ने बताया कि सभी 706 मौजूदा मेडिकल कॉलेज अब डब्ल्यूएफएमई मान्यता प्राप्त होंगे, जबकि आने वाले 10 वर्षों में स्थापित होने वाले नए कॉलेज स्वचालित रूप से डब्ल्यूएफएमई मान्यता प्राप्त हो जाएंगे. डब्ल्यूएफएमई एक वैश्विक संगठन है जो दुनिया भर में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए समर्पित है. एनएमसी में नैतिकता और चिकित्सा पंजीकरण बोर्ड के सदस्य डॉ. योगेन्द्र मलिक ने कहा कि यह प्रतिष्ठित मान्यता चिकित्सा शिक्षा में उच्चतम मानकों के प्रति एनएमसी की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है.