हरियाणा में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की गुरुग्राम यूनिट ने मर्डर केस में 30 साल से फरार आरोपी को दबोच लिया है. उस पर 25 हजार रुपए का इनाम था. हैरानी की बात यह है कि हत्यारोपी 15 साल से यूपी में रहकर स्थानीय फिल्मों में किरदार निभा रहा था और टीवी स्क्रीन पर चेहरा आने के बाद भी उसे कोई पहचान नहीं सका. अभी तक वह 28 फिल्मों में काम कर चुका है.
30 साल पहले 15 जनवरी 1992 को भिवानी के सदर थाना इलाके में आरोपी ओम प्रकाश उर्फ पासा ने अपने ही साथी की हत्या कर दी थी. पुलिस ने हत्या का मामला तो जरूर दर्ज किया, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा सकी. कुछ समय पहले ही मामला एसटीएफ के पास ट्रांसफर हुआ. गुरुग्राम एसटीएफ के एसपी जयबीर सिंह राठी की अगुवाई में बनाई टीम ने 30 साल बाद उसे ढूंढ निकाला. आरोपी ओम प्रकाश उर्फ पासा को यूपी के जिला गाजियाबाद के हरबंस नगर से गिरफ्तार किया है. उसके यहां रहने की जानकारी पुलिस को मुखबीर ने दी थी. एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ओम प्रकाश सेना में नौकरी करता था.
हरियाणा का शख्स नाम बदल यूपी के कई शहरों में रहा
ओम प्रकाश अपने ही साथी का चाकू से कत्ल करने के बाद यूपी पहुंच गया. यहां उसने गाजियाबाद के हरबंस नगर में अपना नाम बदलकर नया ठिकाना बनाया. वर्ष 2007 में यूपी की स्थानीय फिल्मों में बतौर कलाकार काम करना शुरू किया. अभी तक उसने यूपी में 28 फिल्मों में काम किया है, जिसमें टकराव, दबंग, छोरा यूपी, झटका जैसी स्थानीय फिल्में शामिल हैं.