नई दिल्ली, 1 सितम्बर यात्री यातायात में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने 143.6 करोड़ रुपये की परियोजना लागत पर यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार के लिए कानपुर हवाई अड्डे पर विकास का काम शुरू किया है. एएआई ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि, विकास परियोजना में एक नए टर्मिनल भवन का निर्माण और तीन ए-321 प्रकार के विमानों की पाकिर्ंग के लिए उपयुक्त एप्रन शामिल है.
6248 वर्गमीटर के क्षेत्र में निर्मित, सिविल एन्क्लेव के नए टर्मिनल भवन को व्यस्त समय के दौरान 300 यात्रियों को संसाधित करने के लिए डिजाइन किया जाएगा.
सभी आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस, टर्मिनल में आने वाले यात्रियों के लिए आठ चेक-इन काउंटर, कन्वेयर बेल्ट होंगे.
एक पाकिर्ंग क्षेत्र की भी योजना बनाई गई है जिसमें 150 कारें रखी जा सकती हैं. टर्मिनल भवन स्थिरता सुविधाओं के साथ एक चार सितारा ऊर्जा कुशल भवन होगा.
टर्मिनल का सबसे अगला हिस्सा कानपुर के प्रसिद्ध जेके मंदिर से प्रेरित स्थानीय कला और स्थान की विरासत को दिखाएगा.
विकास परियोजना के 31 दिसंबर, 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है.
बढ़ी हुई क्षमता के साथ कानपुर हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव के विकास से इस शहर से कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे क्षेत्र के समग्र विकास को गति मिलेगी.
कानपुर शहर उत्तर प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी है और चमड़ा, कपड़ा, रक्षा उत्पादन का केंद्र है.
कानपुर ऐतिहासिक तीर्थ स्थानों और विभिन्न प्रमुख संस्थानों के लिए भी जाना जाता है, यह शहर बड़ी संख्या में हवाई यात्रियों को आकर्षित करता है.
वर्तमान में, कानपुर हवाई अड्डा चार शहरों दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर और गोरखपुर से सीधे जुड़ा हुआ है.