
ट्रेन दुर्घटना स्थल पर जिसने भी हताहत यात्रियों की हालत देखी वह सिहर उठा. चारों ओर चीख पुकार का माहौल था. लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे. शोर सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल की तरफ दौड़े और पीड़ितों की मदद में जुट गए. सूचना मिलने के बाद बचाव दल भी मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य शुरू किया.

पहली घटना शाम करीब सात बजकर बीस मिनट पर हुई. सबसे पहले बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे. उसके बाद महज चंद मिनट में कोरोमंडल और मालगाड़ी भी दुर्घटना का शिकार हो गईं.
बोगियों के पटरी से उतरते ही चारों ओर चीख पुकार मच गई. इससे पहले की लोग खुद को और दूसरों को संभाल पाते, भी ट्रैक पर आ गई और कोरोमंडल की बिखरी हुई बोगियों से टकरा गई. टक्कर की वजह से इस ट्रेन के डिब्बे भी पटरी से उतर गए.

कैसे तीन ट्रेनों की एक साथ हुई टक्कर?
2 जून की शाम जब बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस हावड़ा की ओर जा रही थी तो इसी दौरान कई डिब्बे पटरी से उतरकर गिर गए. वहीं दूसरी ओर शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस इस एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा गई. इसके बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे सामने से आ रही मालगाड़ी के डिब्बों से भी टकरा गए. ये दर्दनाक हादसा बालासोर जिले के बहांगा बाजार स्टेशन के पास हुआ.
ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या 233 पहुंचने के बाद यहां रात भर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. अस्पतालों में घायलों का अंबार लग गया है. वहीं ओडिशा के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक का आदेश दिया है. इसलिए पूरे राज्य में 3 जून को कोई उत्सव नहीं मनाया जाएगा.

ओडिशा के बालासोर में शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे शुक्रवार शाम को जिले के बहनागा रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए. इस दुर्घटना में कई लोगों के मारे जानें की आशंका है. ऐसे में पश्चिम बंगाल की ममता सरकार घटनास्थल पर छह सदस्यीय टीम भेज रही है. राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने व्यक्तिगत रूप से मुख्य सचिव एचके द्विवेदी को दुर्घटनास्थल पर टीम भेजने और यात्रा कर रहे पश्चिम बंगाल के लोगों की मदद करने का निर्देश दिया .
टक्कर इतनी भीषण थी कि कई डिब्बे पलट गए. हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन, यशवंतपुर से हावड़ा की ओर जा रही थी. कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता के नजदीक शालीमार स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल जा रही थी. हादसे के बाद अप एवं डाउन दोनों मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हो गया.
जहां घटना हुई वहां पास में ही रेलवे फाटक था. इसके चलते वहां काफी लोग मौजूद थे. घटना होते ही स्थानीय लोगों ने राहत व बचाव शुरू कर दिया. कुछ देर बाद ही बाद ही एनडीआरएफ और अन्य बचाव टीमों ने मोर्चा संभाल लिया.

ट्रेन में सवार एक युवक ने बताया कि वह ट्रेन में सो रहा था. जब टक्कर हुई तो वह लोगों के नीचे दब गया. बड़ी कठिनाई से बाहर निकल पाया. जब वह बाहर आया तो यहां का मंजर भयावह था. किसी शख्स का हाथ नहीं था तो किसी का पैर. कई लोग घायल पड़े थे. हर कोई मदद के लिए गुहार लगा रहा था. फिर बचाव टीमें पहुंचीं और मदद मिली.
18 रेलगाड़ियां रद्द
रेलवे ने हादसे के कारण करीब 18 रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया है. रेलवे के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस 12837, हावड़ा-बेंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस 12863, हावड़ा-चेन्नई मेल 12839 रद्द कर दी गई है. वहीं, हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस 12895, हावड़ा-संबलपुर एक्सप्रेस 20831 और संतरागाछी-पुरी एक्सप्रेस 02837 सहित अन्य ट्रेन भी रद्द की गई हैं.