भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में रविवार को 17 लाख दीये जलाकर रिकार्ड बनाया जाएगा. छठवें दीपोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरु वशिष्ठ की भूमिका में भगवान श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी करेंगे. प्रधानमंत्री, रविवार शाम करीब पांच बजे भगवान श्री रामलला विराजमान के दर्शन और पूजा करेंगे. इसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण करेंगे. शाम को प्रधानमंत्री भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक करेंगे. डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 22 हजार वालेंटियर ने राम की पैड़ी सहित अन्य घाटों पर 17 लाख दीए बिछाने का लक्ष्य पूरा कर लिया है. अयोध्या में पीएम मोदी के अयोध्या आगमन को लेकर तैयारियां पूरी हो गईं हैं. पीएम मां सरयू का पूजन- अर्चन भी करेंगे. आठ वेदी से वैदिक ब्राह्मण सरयू का पूजन कराएंगे. इस राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी साथ में रहेंगे.
यूपी के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने पीएम के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि यहां उनका ढाई घंटे का कार्यक्रम निर्धारित है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी महर्षि वशिष्ठ की भूमिका में भगवान राम के राज्याभिषेक के लिए उनका प्रथम तिलक करेंगे. कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह के दिशा-निर्देशन में दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो. अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए 37 घाटों पर 200 से अधिक समन्वयक, ग्रुप लीडर और प्रभारी मुस्तैद हैं.
रविवार को सुबह 10 बजे से विश्वविद्यालय, सम्बद्ध महाविद्यालयों व स्वयंसेवी संस्थाओं के लगभग 22 हजार वालेंटियर्स घाटों पर तैनात रहेंगे. दीए की गणना घाट समन्वयकों की निगरानी में शुरू कराई गई. विश्वविद्यालय के गणना समिति के सदस्यों ने घाटों के दीयों की गणना की. अपराह्न तीन बजे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम के सदस्यों द्वारा कैमरे से हर घाटों के दीयों की गणना प्रारम्भ की गई. नोडल अधिकारी प्रो. सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह नौ बजे से वालेंटियर्स द्वारा 37 घाटों पर बिछाए गए दीए में तेल डालने और बाती लगाने का काम करेगा.
पुलिस प्रशासन द्वारा घाटों की निगरानी की जा रही है. घाटों पर दीपोत्सव पहचान-पत्र के बिना प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. घाटों पर अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था की गई है. प्रशासन की हर गतिविधि पर नजर है.