छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जुआ-सट्टा के ऑनलाइन कारोबार पर सख्त तेवर दिखाए हैं. सीएम ने शनिवार को DGP अशोक जुनेजा को प्रदेश में जुआ-सट्टा के सभी प्लेटफॉर्मों पर रोक लगाने कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सामाजिक बुराई को रोकने कानून-प्रक्रिया बनाना है तो पुलिस महानिदेशक उसका भी प्रारूप पेश करें. दरअसल राजधानी रायपुर सहित दुर्ग-भिलाई में बड़ा सट्टे के बड़े कारोबार का खुलासा हो चुका है और कई लोग बर्बाद हो चुके हैं. छत्तीसगढ़ सरकार जुआ और ऑनलाइन सट्टे को लेकर सख्त है. इस पर अंकुश लगाने स्पष्ट निर्देश भी दिए गए हैं. राज्य की पुलिस जुआ और सट्टा को रोकने लगातार कार्रवाई भी कर रही है. रायपुर, दुर्ग-भिलाई व राजनांदगांव में करोड़ों के मामले भी फूट चुके हैं. कार्रवाई से बचने अवैध कारोबार में शामिल लोग नई टेक्नलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस सट्टे का पूरा नेटवर्क ऑनलाइन चलता है. बुकी और उसके साथी कभी सीधे कॉल नहीं करते. उनकी बात इंटरनेट कॉल पर ही होती है. ऑनलाइन चलने वाला यह अवैध कारोबार प्रदेश में लगातार बढ़ता जा रहा है.
बता दें कि देश में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में जुआरी और सटोरिये एक्टिव है. ये नवयुवकों को जुआ और सट्टेबाजी की दलदल में घुसा रहे हैं. जिनके खिलाफ मध्यप्रदेश की भूपेश बघेल सरकर ने कड़े नियम बनाकर इनकी कमर तोड़ने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ऐसी अवैध गतिविधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई कर रही है. जल्द ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वालों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.
उन्होंने कहा कि कानूनी प्रावधानों की कमी, ऑनलाइन जुए और सट्टेबाजी के खिलाफ स्पष्ट कार्रवाई न होने की वजह से आरोपियों पर पूरी तरह अंकुश नहीं लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए डीजीपी को आवश्यक कानूनी प्रावधानों और प्रक्रियाओं का मसौदा तैयार करने का निर्देश दिए गए हैं. ताकि ऑनलाइन जुए और सट्टेबाजी को रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया जा सके.