दुनियाभर में गधे शायद आराम और सुकून की जिंदगी जीते होंगे. उन्हें किसी अपराध का भय नहीं होता होगा. वह मानवीय चिंताओं से भी बेपरवाह और बेखबर रहते होंगे, लेकिन पाकिस्तान जैसे देश में जानवरों की जिंदगी भी मुहाल हो रखी है. इंसानों की तरह उन्हें भी कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. दरअसल पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां 6 गधों को लकड़ी की तस्करी के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है. इन गधों पर लकड़ी की तस्करी करने के साथ-साथ लकड़ी माफिया गुर्गों को सुविधा और संरक्षण देने का भी आरोप लगा है.
पाकिस्तान का यह अजीबोगरीब मामला अब सुर्खियां बटोर रहा है. पाकिस्तान में गधों की आबादी बहुत अधिक है और हर साल तेजी से बढ़ रही है. पिछले वित्तीय वर्ष के अनुसार पाकिस्तान में गधों की संख्या 5.6 मिलियन से बढ़कर 5.7 मिलियन हो गई है. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के चित्राल में छह गधों को हिरासत में लिया है. गधों को जिले के दरोश इलाके में लड़की की तस्करी के संबंध में हिरासत में लिया गया है. दरोश के असिस्टेंट कमिश्नर ने लड़की तस्करी के खिलाफ एक अभियान चलाया जिसके तहत लड़कियों से लदे गधों को हिरासत में लिया गया. पाकिस्तान का यह अजीबोगरीब मामला अब सुर्खियां बटोर रहा है. पाकिस्तान में गधों की आबादी बहुत अधिक है और हर साल तेजी से बढ़ रही है. पिछले वित्तीय वर्ष के अनुसार पाकिस्तान में गधों की संख्या 5.6 मिलियन से बढ़कर 5.7 मिलियन हो गई है.
पाकिस्तानी न्यूज़ पेपर ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक, दिलचस्प बात यह है कि हिरासत में लिए गए गधे बहुत समझदार हैं. ये गधे अपने दम पर लकड़ियों की तस्करी किया करते थे और एक गांव से दूसरे गांव तक पहुंचाते थे. इन्हें कई बार तो मदद की बिल्कुल जरूरत नहीं पड़ती थी. मालूम हो कि पाकिस्तान में गधा इनकम का एक अहम सोर्स है. इनका देश की GDP में भी अहम योगदान है. देश का एक बड़ा वर्ग पूरी तरह से पशुपालन पर निर्भर है. तकरीबन 80 लाख से ज्यादा ग्रामीण परिवार पशुपालन करते हैं.