छत्तीसगढ़

हमारा प्रयास आदिवासी समाज को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शाम कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के मानस भवन में आयोजित सर्व आदिवासी समाज के सम्मेलन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने यहां जन आकांक्षाओं के अनुरूप ‘एक आगर एक कोरी’यानि 21 मांगों को स्वीकृत किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बैकुंठपुर में सर्व आदिवासी समाज भवन के निर्माण के लिए 50 लाख रूपए की स्वीकृति देने के साथ ही वहां ट्रांजिस्ट हॉस्टल का निर्माण कराए जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि पेसा नियम का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। केबिनेट की बैठक में जल्द ही इस मंजूरी दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने सम्मेलन का शुभारंभ अमर शहीद वीरनारायण सिंह एवं बिरसा मुण्डा के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री को सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष शरण सिंह ने कोया फूल की माला, चंदन पगड़ी एवं गमछा बांधकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों को छत्तीसगढ़ी में संबोधित करते हुए इहां विभिन्न आदिवासी समाज के संस्कृति और रीति रिवाज में समानता हे, येही छत्तीसगढ़ के पहिचान हे। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की आवश्यकता बहुत कम है। बहुत कम में गुज़ारा कर लेते हैं। हमारा प्रयास आदिवासी समाज का आर्थिक सशक्तिकरण है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते खेती का रकबा बढ़ा है। राज्य में वन अधिकार पट्टा वितरण का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा। सरकार का प्रयास है सभी पात्र लोगों को वन भूमि के उपभोग पट्टा मिले। किसानों की कर्ज माफी, सिंचाई कर की माफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, लघु वनोपजों की खरीदी एवं वैल्यू एडिशन का उल्लेख करते हुए सभी वर्ग के लोगों की आर्थिक संपन्नता के लिए सरकार काम कर रही है। हमारी सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है। मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ का अभियान चलाया जा रहा। हाट बाज़ार क्लिनिक के जरिए लाखों लोगों को मुफ्त इलाज और मुफ्त दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा सरकार की प्राथमिकता है, बस्तर अंचल में वर्षों से बंद 260 स्कूल पुनः शुरू किए गए हैं। स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले गए ताकि हमारे बच्चे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें। प्रदेश के सभी देवगुडियो का विकास एवं जीर्णोद्धार का कार्य कराया जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के साथ आदिवासी संस्कृति, बोली-भाखा को सहेजने का काम हम कर रहे हैं। बस्तर की बोली भाषा संरक्षित करने बादल की शुरुआत की है, सरगुजा सम्भाग में भी ऐसा ही करना है। बैगा गुनिया को प्रति वर्ष 7 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने मनेन्द्रगढ़ में कंवर पैंकरा समाज भवन के लिए 10 लाख रुपये तथा विभिन्न आदिवासी समाजों के लिए सामाजिक भवन के लिए 20-20 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने कोरिया महाराज रामचन्द्र सिंह देव और आदिवासी नेता स्वर्गीय गुलाब सिंह की चौक चौराहों में मूर्ति स्थापना की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने पटना में तालाब सौदर्यीकरण कराए जाने और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण हेतु संग्रहालय की स्थापना पर सहमति जताई।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सम्मेलन में आदिवासी वाद्ययंत्र मांदर, तम्बूरा और तीर-धनुष कमान भेंट करने के साथ ही खुमरी पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया।

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