PM Modi Brunei Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 3 सितंबर को, पूर्वी एशियाई देश ब्रुनेई के दौरे पर जा रहे हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला ब्रुनेई दौरा होगा। इस साल भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे हो चुके हैं।
ब्रुनेई के सुल्तान, हाजी हसनल बोलक्या, ने पीएम मोदी को अपने देश आने का निमंत्रण दिया था। प्रधानमंत्री का यह दो दिवसीय दौरा दोनों देशों के बीच अलग-अलग क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से हो रहा है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ब्रुनेई, भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ और ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेमीकंडक्टर क्षेत्र और हाइड्रोकार्बन इंपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, नेचुरल गैस की आपूर्ति बढ़ाने पर भी बात होगी।
ब्रुनेई ने भारत के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है, और दोनों देश इसे और आगे बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं। इसके अलावा, स्पेस टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, और म्यांमार की स्थिति पर भी बातचीत हो सकती है। दोनों देश समुद्री सुरक्षा और क्षेत्र में स्थिरता बढ़ाने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे।
भारत, दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ साझेदारी को मजबूत कर, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करना चाहता है। ब्रुनेई की उत्तरी सीमा दक्षिण चीन सागर से मिलती है, जिससे यह रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण देश है।
PM Modi Brunei Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोलक्या से मिलेंगे। सुल्तान बोलक्या, ब्रुनेई के 29वें सुल्तान हैं और 1984 से प्रधानमंत्री का पद भी संभाल रहे हैं। एलिजाबेथ द्वितीय के बाद वह दुनिया में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले राजा हैं। 2017 में उन्होंने अपनी 50 साल की राजगद्दी का ‘गोल्डन जुबली’ मनाया था।
ब्रुनेई एक छोटा, लेकिन सुल्तान बोलक्या दुनिया के सबसे अमीर राजाओं में से एक हैं। 1980 तक उन्हें दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति माना जाता था। फोर्ब्स के अनुसार, 2008 में उनकी दौलत 1.4 लाख करोड़ रुपये थी। सुल्तान ने अपने शासन के दौरान 50 अरब रुपये की लागत से एक विशाल महल ‘इस्ताना नुरुल इमान’ बनवाया था।
ब्रुनेई की जनसंख्या केवल 4 लाख 82 हजार है, और देश के राजा के महल के अंदर जाने का अधिकार सिर्फ चुनिंदा लोगों को ही मिलता है।