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रेनो-निसान भारत में उतारेंगी नई एसयूवी कारें

निसान और रेनो इस साल के अंत में अपने गठबंधन (एलायंस एग्रीमेंट) को रिन्यू करने जा रही हैं.

इन दोनों ही कंपनियों ने अपने मार्केट-वाइज़ फ्यूचर प्लांस भी साझा कर दिए हैं. यह जापानी और फ्रांस कार कंपनियां भारत के लिए एसयूवी समेत कई नए शेयर्ड व्हीकल्स तैयार कर रही हैं. हमारा मानना है कि इनमें से एक डस्टर एसयूवी हो सकती है, जिसे नए अवतार में पेश किया जा सकता. नई डस्टर निसान के लिए भी टेरानो का एक बेहतर रिप्लेसमेंट बन सकती है.

रेनो अपनी डस्टर नेमप्लेट वाली कार को भारतीय ग्राहकों के लिए फिर से वापस ला सकती है. वहीं, निसान अपनी नई एसयूवी कार को एक नए नाम के साथ उतार सकती है क्योंकि ‘टेरेनो’ नाम इतना ज्यादा पॉपुलर नहीं था. इनमें किक्स वाली बैजिंग शायद ही मिलने की संभावनाएं है. इन अपकमिंग एसयूवी कारों को एक ही प्लेटफार्म पर तैयार किया जाएगा और यह एक जैसे स्पेसिफिकेशंस साझा कर सकती हैं. रेनो-निसान गठबंधन के तहत आने वाली काइगर और मैग्नाइट जैसी दूसरी कारों की तरह ही इन दोनों कॉम्पेक्ट एसयूवी कारों में भी एकदम यूनीक डिज़ाइन थीम मिलेगी.

रेनो ने पहली जनरेशन डस्टर की बिक्री भारत में 2022 में बंद कर दी थी, जबकि न्यू जनरेशन डस्टर दूसरे देशों में बिक्री के लिए अभी भी उपलब्ध है. यूरोपियन बाजार में डस्टर सेकंड जनरेशन अवतार में बिक रही है, वहां इसे रेनो ग्रुप के डासिया ब्रांड के जरिये बेचा जाता है. डस्टर यूरोपियन वर्जन के साथ पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन ऑप्शंस मिलते हैं. यदि रेनो अपनी डस्टर एसयूवी को भारत में दोबारा से लॉन्च करने का प्लान करती है तो यहां इसका तीसरा जनरेशन मॉडल उतारा जा सकता है जो फिलहाल डेवेलपमेंट स्टेज में है. नई डस्टर का इलेक्ट्रिक वर्जन भी तैयार किया जा सकता है.

तीसरी जनरेशन डस्टर में पेट्रोल इंजन के साथ स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड पावरट्रेन दी जा सकती है, लेकिन इसमें डीजल इंजन का ऑप्शन नहीं मिलेगा. निसान की अपकमिंग एसयूवी में भी यही पावरट्रेन मिल सकती है. इन दोनों हाइब्रिड कॉम्पेक्ट एसयूवी कारों का मुकाबला मारुति ग्रैंड विटारा और टोयोटा हाइराइडर से रहेगा. रेनो-निसान की नई एसयूवी कारों में अच्छी डिस्प्ले यूनिट्स और कई प्रीमियम कम्फर्ट फीचर्स दिए जा सकते हैं.

रेनो-निसान गठबंधन के तहत तैयार की जाने वाली इन कॉम्पेक्ट एसयूवी कारों से 2024 तक पर्दा उठाया जा सकता है और फिर इसके बाद कंपनी मार्केट में लॉन्च कर सकती है. इन दोनों ही एसयूवी कारों की कीमत एक बराबर रखी जाएगी. सेगमेंट में इन कारों का मुकाबला मारुति ग्रैंड विटारा, टोयोटा हाइराइडर, हुंडई क्रेटा, किया सेल्टोस, स्कोडा कुशाक और फोक्सवैगन टाइगन से होगा.

अनुमान है कि रेनो और निसान इन कारों के साथ कॉम्पेक्ट एसयूवी सेगमेंट में दोबारा से वापसी कर सकती हैं. इसके अलावा यह दोनों कंपनियां बड़े और प्रीमियम मॉडल्स भी उतार सकती हैं. निसान एक्स-ट्रेल का भारत आना कन्फर्म हो चुका है, भारत में इसे इम्पोर्ट करके बेचा जाएगा. यहां इस गाड़ी का मुकाबला सिट्रोएन सी5 एयरक्रॉस और स्कोडा कोडिएक से रहेगा. उम्मीद है कि रेनो कूपे-स्टाइल्ड अरकाना के साथ मिड-साइड एसयूवी सेगमेंट में दोबारा कदम रख सकती है.

रेनो-निसान के सीएमएफ बी प्लेटफार्म को भारत में ही तैयार किए जाने की संभावनाएं हैं, ऐसे में इस प्लेटफार्म पर कंपनियां ज्यादा दमदार कॉम्पेक्ट मॉडल्स तैयार कर सकती हैं.

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