
सतीश कौशिक की मौत के मामले में शिकायतकर्ता सान्वी मालू ने सोमवार को बयान दर्ज नहीं कराए. सान्वी ने सोमवार को एक वीडियो जारी कर कहा कि पुलिस ने रविवार को नोटिस दिया था. 13 मार्च को 11 बजे बयान दर्ज कराने थे. सान्वी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को एक पत्र लिखा है. इसमें जांच टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर को बदलने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि पहले वाले केस में इंस्पेक्टर के खिलाफ उन्होंने कई शिकायतें की हैं. जिला पुलिस उपायुक्त ने भी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है. ऐसे में जब तक इंस्पेक्टर नहीं बदला जाएगा वह जांच में शामिल नहीं होगी. उन्हें शक है कि उनके पास मौजूद सबूतों को इंस्पेक्टर गायब कर सकता है.
पुलिस टीम ने रविवार को सान्वी को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया था. 13 मार्च की सुबह 11 बजे बयान दर्ज कराने की बात कही थी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक 18 लोगों से पूछताछ हो चुकी है. बाकि लोगों को भी बुलाया जाएगा. इसके अलावा सान्वी को दोबारा नोटिस देकर जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा. पुलिस सान्वी के बयान दर्ज करने के साथ उससे पूछताछ भी करेगी. पुलिस टीम ने शिकायत के आधार पर कई सवालों की फेहरिस्त भी तैयार की हुई है.
पुलिस ने खून के सैंपल एफएसएल लैब भेजे
पुलिस ने सतीश कौशिक के खून के नमूनों को एफएसएल जांच के लिए भेजा है. सान्वी ने आरोप लगाए थे कि विकास मालू की पार्टी में ड्रग्स इस्तेमाल किया जाता था. ऐसे में पुलिस देखना चाहती है कि सतीश कौशिक के खून में कोई नशीला पदार्थ तो नहीं था. टीम ने हार्ट और लंग्स की भी हिस्टोपैथोलॉजी जांच कराने के लिए डीडीयू अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में नमूने भेजे हैं.