उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा ने प्रदेश की राजनीति को फिर से गरमा दिया है। घटनास्थल पर जाने की तैयारी कर रहे विपक्षी नेता, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, को पुलिस ने रोक दिया है। शनिवार को पांडेय के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल संभल का दौरा करने वाला था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उनके आवास के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगा दी।
यह हिंसा मस्जिद सर्वे के बाद हुई थी, जिसके आदेशों के बाद माहौल बिगड़ा था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को शांति बनाए रखने का आदेश जारी किया और कहा कि निचली अदालत को फिलहाल कोई एक्शन नहीं लेना चाहिए।
माता प्रसाद पांडेय ने किया पलटवार
सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा, “संभल के डीएम ने मुझे फोन किया और मुझे वहां न जाने के लिए कहा। मैं पार्टी कार्यालय जाकर आगे की योजना तय करूंगा। हम किसी को भड़काने का काम नहीं करते। अगर मुझे रोका जा रहा है, तो मुझे पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था, लेकिन बिना नोटिस के पुलिस तैनात कर दी गई है।”
#WATCH | Lucknow: On his visit to Sambhal, Uttar Pradesh Assembly LoP Mata Prasad Pandey says, “…Sambhal DM called me and asked me not to come there. I will go to the party office and decide what to do next. We do not provoke anyone… They should have given me a notice, but… pic.twitter.com/gngMXiDAGV
— ANI (@ANI) November 30, 2024
सपा नेताओं के हंगामे की आशंका
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर, पांडेय के नेतृत्व में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभल जाने की योजना बना रहा है। हालांकि, इस दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा बढ़ाए जाने के कारण सपा नेताओं के बीच हंगामा होने की आशंका भी जताई जा रही है। डीएम ने पांडेय से आग्रह किया कि वे घर में ही रहें, ताकि स्थिति बिगड़े नहीं, लेकिन विपक्षी नेताओं का गुस्सा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा।