
कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव की तैयारियां जोरों शोरों से चल रहा है. 13 मई को आने वाले नतीजों को अपने हक में लाने के लिए कांग्रेस और बीजेपी के सभी टॉप लीडर्स अपनी-अपनी पार्टियों का जमकर प्रचार कर रहे हैं. इसी क्रम में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी राज्य पहली बार प्रचार अभियान शुरू करने वाली हैं.
हुबली धारवाड़ सेंट्रल से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर हैं. जगदीश शेट्टार हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए हैं. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में सोनिया गांधी ने बहुत कम प्रचार किया है. उन्होंने 2019 में अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में जनसभा को संबोधित किया था. इसके बाद 14 दिसंबर 2019 को दिल्ली के रामलीला मैदान में भारत बचाओ रैली में भाषण दिया था.
उत्तर प्रदेश चुनाव में सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रायबरेली के मतदाताओं को संबोधित किया था. इसके अलावा, उन्होंने कोई रैली नहीं की. इन वर्षों में हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी सोनिया गांधी प्रचार से दूर रहीं.
क्यों अहम है कर्नाटक चुनाव लगातार दो लोकसभा और कई राज्यों में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस की उम्मीद कर्नाटक पर टिकी है. पार्टी को लगता है कि कर्नाटक में जीत की दहलीज तक पहुंच गए, तो आगामी लोकसभा के लिए राह आसान हो जाएगी. विपक्षी एकता की कोशिशों के बीच कर्नाटक में जीत से विपक्षी खेमे में कांग्रेस का दबदबा बढ़ जाएगा.
कर्नाटक से गांधी परिवार का पुराना नाता
कर्नाटक से गांधी परिवार का पुराना नाता रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने चिकमंगलूर से जीतकर वापसी की थी. वहीं, सोनिया गांधी भी बेल्लारी से चुनाव जीत चुकी हैं. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी सोनिया गांधी कर्नाटक में यात्रा में शामिल हुई थीं और राहुल गांधी के साथ थोड़ी दूर तक चली थीं. इससे पहले उन्होंने कन्याकुमारी में यात्रा में हिस्सा लिया था.
हुबली महत्वपूर्ण हुबली सीट कांग्रेस के लिए बेहद अहम है. यहां से भाजपा से आए जगदीश शेट्टार चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा उन्हें हराने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है. ऐसे में सोनिया गांधी के प्रचार से क्षेत्र में पार्टी को फायदा मिल सकता है.